आशीर्वाद की जगह लाठियां! मेहंदीपुर बालाजी मंदिर दर्शन करने आए श्रद्धालुओं से मारपीट, जानें विवाद की वजह
Mehandipur Balaji: मेहंदीपुर बालाजी में भक्तों के साथ मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें परिसर में कोहराम का मंजर देखने को मिल रहा है. मंदिर के गार्ड्स ने लाइन में दर्शन के लिए लगे भक्तों को मारना शुरू कर दिया. हादसे में एक बच्चे का सिर भी फूट गया और खून बहने लगा.

Mehandipur Balaji: राजस्थान के दौसा जिले में स्थित मेहंदीपुर बालाजी मंदिर भूत-बाधा और बुरी शक्तियों का निपटारा करने के लिए जाना जाता है. लेकिन इन दिनों यह मंदिर श्रद्धालुओं के साथ मारपीट को लेकर चर्चा में बना हुआ है. भगवान के दर्शन करने आए भक्तों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं.
रविवार को रोज की तरह इस बार भी हजारों की संख्या में भक्त मंदिर पहुंचे थे. मंदिर के गार्ड्स ने लाइन में दर्शन के लिए लगे भक्तों को मारना शुरू कर दिया. इस दौरान भक्ति में लीन लोग तनाव में आ गए और लड़ाई शुरू हो गई. इस घटना में महिला, पुरुष और बच्चे सभी घायल हो गए.
भक्तों की जमकर पिटाई
मेहंदीपुर बालाजी में भक्तों के साथ मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें परिसर में कोहराम का मंजर देखने को मिल रहा है. सभी आराम से लाइन में लगे थे और बालाजी महाराज के दर्शन के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे. लेकिन उन्हें क्या पता था कि उन्हें आशीर्वाद की जगह लाठियों की मार खानी पड़ेगी.
श्रद्धालुओं ने लगाए आरोप
पीड़ित श्रद्धालुओं का कहना है कि गाइड्स ने उनके साथ मारपीट तो की ही. साथ में महिलाओं के साथ अभ्रद व्यवहार किया. उन्हें भी प्रताड़ित किया गया. वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे गाइड्स बीच सड़क पर भक्तों को मार रहे हैं. हादसे में एक बच्चे का सिर भी फूट गया और खून बहने लगा. इसके बाद परिजन उसे अस्पताल लेकर भागे.
क्या हुआ एक्शन?
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपियों के खिलाफ एक्शन लिया. तीन गाइड्स को गिरफ्तार कर लिया है और जांच शुरू कर दी. पुलिस मंदिर और उसके बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है, जिसके आधार पर संबंधित लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके.
मेहंदीपुर बालाजी का रहस्य
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर को राजस्थान के दौसा जिले में स्थित एक रहस्यमयी और चमत्कारी स्थान माना जाता है, जहां भूत‑प्रेत बाधा से ग्रसित भक्तों का इलाज विशेष अनुष्ठानों से किया जाता है. यहां तीन देवताओं बालाजी (हनुमान), प्रेतराज सरकार और भैरों बाबा की पूजा होती है, जिन्हें अलग‑अलग प्रसाद अर्पित किए जाते हैं. जैसे- बालाजी को लड्डू, प्रेतराज को चावल और भैरों बाबा को उड़द. श्रद्धालु मंदिर परिसर से प्रसाद घर नहीं ले जा सकते, माना जाता है कि ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा उनके साथ घर जा सकती है.