VIDEO: 'हम सबको बुराई के साथ और अहंकार के साथ खड़ा होना है...', राजस्थान सीएम की फिसली जुबान, यूजर्स बोले - दिल की बात जुबां पर
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उनकी जुबान फिसलती नजर आ रही है. वीडियो में वे कहते हैं, “हम सबको बुराई के साथ और अहंकार के साथ खड़ा होना है.” बयान सामने आते ही यूजर्स ने मजेदार प्रतिक्रियाएं दीं. कुछ ने कहा कि “दिल की बात जुबां पर आ गई”, तो कुछ ने इसे जुबान फिसलने का मामला बताया. वीडियो अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है.

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उनकी जुबान फिसलती नजर आ रही है. वीडियो में सीएम को एक सभा में कहते हुए सुना जा सकता है, 'मैं आपसे इतना कहना चाहता हूं कि मेरे भाई और बहनों, सबको मिलकर इस बुराई के साथ खड़ा होना है और अहंकारियों के साथ खड़ा होना है. क्योंकि जब तक हम ‘वर्कर फॉर लोकर’ नहीं अपनाएंगे, हमारे स्वदेशी को अपनाएंगे नहीं तब तक...
उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह के रिएक्शन आने लगे हैं. कई यूजर्स ने मुख्यमंत्री की जुबान फिसलने को मजाकिया अंदाज में लिया तो कुछ ने इसे “पॉलिटिकल ब्लूपर ऑफ द डे” कहा. वीडियो पर लगातार कमेंट्स की बाढ़ आ गई है. दरअसल, मुख्यमंत्री का यह भाषण एक कार्यक्रम के दौरान दिया गया था, जहां वे लोगों से स्वदेशी को बढ़ावा देने की बात कर रहे थे. लेकिन 'वोकल फॉर लोकल' बोलने की गलती ने पूरे भाषण का फोकस बदल दिया. वीडियो जैसे ही इंटरनेट पर आया, कुछ ही घंटों में यह एक्स (ट्विटर) और इंस्टाग्राम रील्स पर वायरल हो गया.
वहीं, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इसे 'सामान्य जुबान फिसलने” की बात बताई है और कहा कि “मुख्यमंत्री का असली संदेश स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने का था. लोगों का कहना है कि ऐसे पब्लिक भाषणों में शब्दों की सावधानी बेहद जरूरी है. एक यूजर ने लिखा, “वर्कर फॉर लोकर सुनकर लगा कि शायद नया सरकारी प्रोग्राम लॉन्च हो गया है.' हालांकि, कुछ समर्थकों ने मुख्यमंत्री की नीयत की तारीफ की और कहा कि 'भले ही जुबान फिसली हो, लेकिन उनका मकसद स्पष्ट था—स्वदेशी को अपनाना।”
Journalist Namita Sharma नाम के एक यूजर ने लिखा कि, देश की संसद टीवी से ऐतिहासिक प्रसारण सुने, कोटा में देखा गया आधुनिक युग का दशहरा, जहाँ रावण की शक्तियाँ राख नहीं हुईं… और बढ़ गईं! Rajsa Choudhary नाम के एक यूजर ने लिखा कि, यार यह मोदी होता कौन में हे अपनी मर्जी का CM बनाने वाला जिनको बोलना तक नहीं आता हे ओर CM बना दिया. जनता के वोट से जीत कर अपना हुक्म चलाना ऐसे बड़ी दादा गिरी और क्या हो सकती हे पर यह भोली जनता नहीं समझ रही हे यारो.
How Far How Near नाम के एक यूजर ने लिखा कि, दिल की बात. जुबां पर आ ही गया. बुराईयों के साथ खड़े होना है. अहंकारियों के साथ खड़े होना है . वोह भी पूरे आत्मविश्वास और बुलंद आवाज के साथ. गजब है. Deva Ram Patel नाम के एक यूजर ने लिखा कि, जुबान सबकी फिसलती है, Sunil Upadhyay नाम के एक यूजर ने लिखा कि, जुबां हैं फिसल जाती है पर जिस पद पर रहते हुए ऐसा बार- बार होता है बेहद गंभीर हैं , वहाँ ऐसी गलती की गुंजाइश नहीं है.