कोटा में एक और सुसाइड केस, NEET एग्जाम से एक दिन पहले पंखे से लटका मिला छात्रा का शव; जानें क्यों उठाया ये कदम
NEET Student Suicide In Kota: राजस्थान के कोटा में नीट एग्जाम की तैयारी कर रही नाबालिग छात्रा ने परीक्षा से एक दिन पहले आत्महत्या कर ली. रविवार को उसका एग्जाम होना था, लेकिन शनिवार को इसका शव पंखे से लटका मिला. उसने यह कदम क्यों उठाया फिलहाल इसकी कोई जानकारी सामने नहीं आई है. अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.

NEET Student Suicide In Kota: राजस्थान के एजुकेशन सिटी कोटा में आए दिन पढ़ाई करने गए छात्र अपनी जिंदगी से बार बैठते हैं. अब एक और नीट स्टूडेंस ने आत्महत्या कर ली. छात्रा यहां पर मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम, नीट की तैयारी कर रही थी, लेकिन परीक्षा से एक दिन पहले ही उसने मौत के गले लगा लिया. यह घटना कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र में हुई. छात्रा की पहचान फिलहाल सार्वजनिक नहीं की गई है और पुलिस से आगे की जानकारी कर रही है.
अधिकारियों के अनुसार, NEET की तैयारी कर रही एक छात्रा ने परीक्षा से ठीक एक दिन पहले आत्महत्या कर ली. वह अपने परिवार के साथ रहकर कोटा में तैयारी कर रही थी. परीक्षा रविवार 4 मई यानी आज होनी थी, लेकिन शनिवार को ही उसने यह कदम उठा लिया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
एग्जाम से पहले सुसाइड
इस मामले पर कुन्हाड़ी थाना अधिकारी अरविंद भारद्वाज ने अहम जानकारी दी है. भारद्वाज ने बताया कि नाबालिग छात्रा और उसका परिवार मध्य प्रदेश के श्योरपुर के रहने वाले हैं. लेकिन अभी कोटा में रह रहे हैं और छात्रा कोटा में रहकर नीट एग्जाम की तैयारी कर रही थी. रविवार को सुबह परीक्षा होनी थी. इससे पहले शनिवार रात को छात्रा ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. उसने यह कदम क्यों उठाया फिलहाल इसकी कोई जानकारी सामने नहीं आई है.
तलवंडी इलाके से भी सामने आया मामला
कोटा के तलवंडी इलाके में भी ऐसी ही खबर सामने आई. जहां बिहार के कटिहार जिले का एक 16 वर्षीय छात्र तमीम इकबाल अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी पर लटका मिला. वह केवल 20 दिन पहले ही NEET की तैयारी के लिए कोटा आया था और एक कोचिंग संस्थान में दाखिला लिया था. पुलिस ने पुष्टि की कि यह घटना सोमवार शाम की है. जवाहर नगर सर्कल इंस्पेक्टर रामलक्ष्मण ने बताया, कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है और आत्महत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल जनवरी से अब तक कोटा में कोचिंग कर रहे छात्रों की आत्महत्या के यह 13वें संदिग्ध मामले की पुष्टि हुई है, जिनमें से केवल अप्रैल महीने में ही 3 मामले सामने आ चुके हैं. यह स्थिति प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों की मानसिक सेहत पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है.