पीने को पानी नहीं, लेकिन बाढ़ दौरे के दौरान हरभजन सिंह ने बताए क्रूज़ के किस्से, विपक्ष ने साधा निशाना
पंजाब में बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर गए तीन मंत्रियों बरींदर गोयल, लालजीत सिंह भुल्लर और हरभजन सिंह का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वे नाव पर क्रूज़ यात्रा की बातें करते दिखते हैं. विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने इस पर तीखा हमला किया और सरकार को “रिलीफ टूर” बताकर घेरा.
पंजाब इन दिनों बाढ़ की गंभीर चपेट में है. कई इलाकों में पानी भरने से लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. राहत और बचाव कार्य जारी हैं, और सरकार की ओर से हालात पर नजर रखने के लिए कई मंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. इसी बीच, एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें तीन मंत्री नाव पर सवार होकर राहत कार्यों का जायज़ा लेते दिख रहे हैं.
हालांकि, इस वीडियो में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बरींदर गोयल, लालजीत सिंह भुल्लर और हरभजन सिंह तीनों मंत्री बाढ़ की गंभीरता पर चर्चा करने के बजाय स्वीडन और गोवा की क्रूज़ यात्राओं की बातें करते नजर आते हैं. इस पर विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इस दौरे को "रिलीफ टूर" कहकर तंज कसा है. इस संवेदनशील समय में जब लोगों को सरकार की संवेदनशीलता और गंभीरता की उम्मीद होती है, तब मंत्रियों की ऐसी बातें यह सवाल उठाती हैं कि क्या वे वास्तव में जनता की परेशानी को समझ पा रहे हैं या बस औपचारिकता निभा रहे हैं.
वीडियो में क्रूज़ की चर्चा, पानी में डूबे गांव
वायरल वीडियो अमृतसर जिले के बाढ़ प्रभावित गांवों का है, जहां तीन मंत्री बरींदर गोयल, लालजीत सिंह भुल्लर और हरभजन सिंह मोटरबोट में सवार होकर राहत कार्यों का जायज़ा ले रहे थे. इसी दौरान हरभजन सिंह स्वीडन की एक क्रूज़ यात्रा का ज़िक्र करते हैं, जिसमें होटल सहित सभी सुविधाएं एक ही छत के नीचे थीं. बरींदर गोयल ने जवाब में कहा कि गोवा में भी ऐसा ही अनुभव है. इस बातचीत के दौरान भुल्लर चुपचाप बैठे नजर आए. यह वीडियो खुद मंत्री भुल्लर ने अपने फेसबुक पेज पर बुधवार को शेयर किया था, जिसके बाद यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
'राहत टूर या लक्ज़री यादें?'- बाजवा का तंज
इस वीडियो को लेकर विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने X पर लिखा 'पंजाब के बाढ़ पीड़ित एक गिलास पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं, और @AAPPunjab के मंत्री @barinder_goyal, @Laljitbhullar और @AAPHarbhajan स्वीडन और गोवा की लक्ज़री क्रूज़ की यादें ताजा कर रहे हैं. इसे राहत दौरा कहें या छुट्टी मनाना?' उन्होंने यह भी कहा कि यह वीडियो इस बात का सबूत है कि सरकार जमीनी हालात से कितनी दूर है.
मुख्यमंत्री ने तैनात किए हैं मंत्री
बाढ़ की स्थिति को देखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने मंत्रियों को अलग-अलग जिलों की ज़िम्मेदारी सौंपी है, ताकि राहत और बचाव के काम अच्छे से हो सकें. हरभजन सिंह, बरींदर गोयल, लालजीत भुल्लर, हरपाल सिंह चीमा, गुरमीत सिंह खुड्डियां, लाल चंद कटारूचक्क और हरदीप सिंह मुंडियान जैसे मंत्री बाढ़ प्रभावित इलाकों में भेजे गए हैं. ये मंत्री वहां जाकर लोगों की मदद कर रहे हैं, राहत सामग्री बांट रहे हैं, उनकी समस्याएं सुन रहे हैं और प्रशासन से मिलकर काम कर रहे हैं. जिन जिलों में बाढ़ का असर ज़्यादा है, उनमें संगरूर, मानसा, तरनतारण, श्री गोइंदवाल साहिब, अजनाला, कपूरथला, पठानकोट और सुल्तानपुर लोधी शामिल हैं.
संवेदनशील समय में लापरवाही पर सवाल
जब राज्य में बाढ़ जैसी गंभीर आपदा हो और आम लोग ज़िंदगी की लड़ाई लड़ रहे हों, तब मंत्रियों द्वारा राहत दौरे के बीच लक्ज़री क्रूज़ की बातें करना कई लोगों को असंवेदनशील लगा. विपक्ष ने इस मौके को सरकार पर हमला करने के लिए इस्तेमाल किया है. हालांकि सरकार का कहना है कि सभी मंत्री जमीनी स्तर पर राहत कार्यों में जुटे हैं, लेकिन वायरल वीडियो ने सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाया है. इस पूरे मामले ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या संकट के समय नेताओं को अपनी ज़िम्मेदारियों के साथ-साथ अपनी बातों पर भी संयम नहीं बरतना चाहिए?





