शहीदों की मदद करेंगे सीएम मान, परिजनों को दे रहे आर्थिक सहायता
पंजाब सरकार की ओेर से एक करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी जा रही है. इससे न केवल परिवार का जीवन स्तर सुधर रहा है. इस पहल से परिवार का जीवन स्तर सुधर रहा है. बल्कि शहीदों के पीछे उनके माता-पिता और बच्चों की परेशानी का भी समाधान निकल रहा है. हाल ही में मान ने सिंह शहीद स. गुरप्रीत सिंह के परिवार से मिले. उन्होंने एक करोड़ रुपये की राशि परिवार को दी.

Punjab News: पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार प्रदेश में विकास के लिए नए-नए फैसले ले रही है. मुख्यमंत्री भगवंत मान सिंह ने हाल ही में शहीदों के लिए बड़ा फैसला किया. इसके तहत जवानों के परिवार वालों को आर्थिक मदद मुहैया कराई जा रही है.
पंजाब सरकार ने देश की सीमाओं पर शहीद होने वाले वीरों के लिए नई पहल शुरू की. वह मृतक जवानों के परिवार वालों की आर्थिक मदद कर रही है. इस योजना के तहत पंजाब सरकार द्वारा एक करोड़ की वित्तीय सहायता दे रही है.
शहीदों को एक करोड़ की मदद
पंजाब सरकार की ओेर से एक करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी जा रही है. इससे न केवल परिवार का जीवन स्तर सुधर रहा है. इस पहल से परिवार का जीवन स्तर सुधर रहा है. बल्कि शहीदों के पीछे उनके माता-पिता और बच्चों की परेशानी का भी समाधान निकल रहा है.
शहीद जवान के घर पहुंचे सीएम मान
हाल में मुख्यमंत्री भगवंत मान सिंह शहीद स. गुरप्रीत सिंह के परिवार से मिले. उन्होंने एक करोड़ रुपये की राशि परिवार को दी. इस बारे में शहीद की पत्नी कमलजीत कौर ने बताया कि उनके पति गुरप्रीत सिंह जनवरी में जालंधर में एक हादसे के दौरान शहीद हो गए थे. वे जालंधर के पी. ए. पी. फोर्स लेने जा रहे थे तभी वो एक सड़का हादसे का शिकार हो गए.
शहीद के परिवार में कौन-कौन
गुरप्रीत सिंह की पत्नी कमलजीत कौर ने बताया कि उनके दो बच्चे हैं, जिनमें एक बेटी कक्षा 3 में पढ़ती है और बेटा अभी एक साल का है. उन्होंने बताया कि उनका परिवार हमेशा शहीदों का परिवार रहा है. जब उनके पिता भी इसी प्रकार के हादसे में शहीद हो गए थे.
पहले भी पहुंचे जवान के घर
सीएम मान संगरूर दिले के सुनाम ऊधम सिंह वाला के गांव जखेपल निवासी वीर सैनिक तरलौचन सिंह के घर भी पहुंचे थे. शहीद की ड्यूडी के दौरान मौत हो गई थी. मुख्यमंत्री उनके घर गए और परिवार वालों का हाल जाना. इस दौरान उन्होंने 1 करोड़ रुपये की सहायता राशि भी भेंट की. सीएम ने कहा कि जब हम हीटर लगाकर अपने बच्चों के साथ सो रहे होते हैं तो सेना के जवान कारगिल में माइनस 40 डिग्री पर काम करते हैं. इसलिए हमें उनके परिवार को कष्ट नहीं देना चाहिए.