सेक्स स्कैंडल या सियासी साजिश? उपचुनाव से ठीक पहले मंत्री की 'अश्लील फोटो' सोशल मीडिया पर Viral
पंजाब में लुधियाना उपचुनाव से पहले बिक्रम मजीठिया ने मंत्री रवजोत सिंह की आपत्तिजनक तस्वीरें शेयर कर बर्खास्तगी की मांग की. रवजोत ने इसे एआई से एडिट की गई निजी तस्वीरें बताकर साजिश बताया. उन्होंने जातीय और राजनीतिक हमले का आरोप लगाते हुए कानूनी कार्रवाई की घोषणा की. विवाद ने चुनाव से ठीक पहले राज्य की राजनीति को गर्मा दिया है.

शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें शेयर की हैं, जिनमें एक शख्स एक महिला के साथ आपत्तिजनक अवस्था में नजर आ रहा है. मजीठिया का दावा है कि यह शख्स पंजाब के कैबिनेट मंत्री डॉ. रवजोत सिंह हैं.
उन्होंने इन तस्वीरों को ‘सेल्फी कांड’ करार देते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान और आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल से संबंधित मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है. उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास इस मामले का वीडियो सबूत भी है, जो वह जल्द सार्वजनिक करेंगे.
मजीठिया ने पोस्ट में क्या लिखा?
यह पूरा विवाद उस समय उठा है जब लुधियाना पश्चिम सीट पर उपचुनाव में महज एक दिन बचा है. मजीठिया की पोस्ट ने राजनीतिक माहौल में भूचाल ला दिया है. मजीठिया ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि सरकार के एक और मंत्री की शर्मनाक करतूत सामने आई है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह मंत्री महिलाओं की गरिमा से खेलने वाला है और ऐसे लोगों का सत्ता में बने रहना न केवल नैतिक रूप से गलत है, बल्कि समाज के लिए भी खतरनाक संदेश है.
मंत्री ने क्या दी सफाई?
आरोप लगते ही मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने भी सोशल मीडिया के जरिए अपनी सफाई दी और मजीठिया के आरोपों को पूरी तरह सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि वायरल हो रही तस्वीरें एडिटेड हैं और इन्हें एआई तकनीक के जरिए उनकी पूर्व पत्नी के साथ जोड़ा गया है. रवजोत ने इसे विपक्ष की गिरी हुई हरकत बताते हुए कहा कि यह सब लुधियाना उपचुनाव से ठीक पहले उन्हें बदनाम करने की साजिश है.
कानूनी कार्रवाई की तैयारी
मंत्री रवजोत सिंह ने यह साफ कर दिया है कि वह सिर्फ बयानबाजी तक सीमित नहीं रहेंगे. उन्होंने इस ‘घिनौनी साजिश’ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के साथ-साथ मानहानि का केस दायर करने की भी घोषणा की है. उनका कहना है कि वह ऐसे किसी भी शख्स को बख्शेंगे नहीं, जिसने उनकी या उनके परिवार की गरिमा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है.
कौन है डॉ. रवजोत सिंह?
डॉ. रवजोत सिंह, जो इस समय स्थानीय निकाय मंत्री हैं, एक पेशेवर डॉक्टर रहे हैं. डॉक्टर से नेता बने रवजोत सिंह का सफर काफी दिलचस्प रहा है. उन्होंने 2014 में आम आदमी पार्टी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. 2014 में आम आदमी पार्टी से जुड़ने के बाद उन्होंने 2017 और 2019 में चुनाव लड़ा, लेकिन हार का सामना किया. 2022 में उन्होंने शाम चौरासी सीट से जीत हासिल की और बाद में मंत्री बने. उनकी काबिलियत को देखते हुए पिछले साल उन्हें स्थानीय निकाय मंत्री बनाया गया. उनका राजनीतिक ग्राफ तेजी से बढ़ा है, जो शायद विपक्ष की परेशानी की वजह भी है. अब उनके सामने राजनीतिक के साथ-साथ व्यक्तिगत गरिमा की भी अग्निपरीक्षा है.
आम आदमी पार्टी ने बताया साजिश
आम आदमी पार्टी ने इस मामले को पूरी तरह विपक्ष की साजिश बताया है. पार्टी नेताओं का कहना है कि उन्हें बदनाम करने के लिए गंदे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. पार्टी का दावा है कि जनता इन साजिशों से भ्रमित नहीं होगी और सच्चाई का साथ देगी. पार्टी ने यह भी कहा है कि इस तरह की हरकतें आप की बढ़ती लोकप्रियता का प्रमाण हैं.