पंजाब में अब नशा बेचने वालों की खैर नहीं, केजरीवाल बोले - इसे जड़ से खत्म कर के रहेंगे
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि राज्य में नशे और नशा तस्करी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी, और नशे के कारोबार में लिप्त लोगों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. उनके इस संकल्प का आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी समर्थन किया.

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि राज्य में नशे और नशा तस्करी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी, और नशे के कारोबार में लिप्त लोगों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. उनके इस संकल्प का आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी समर्थन किया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, पंजाब में नशे के खिलाफ हमारी सरकार ने महायुद्ध छेड़ दिया है. नशे ने हमारे युवाओं और बच्चों को बड़ी संख्या में बर्बाद कर दिया है. नशा बेचने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. पंजाब से नशे को हमेशा के लिए खत्म किया जाएगा.'
पंजाब से नशों के खात्मे के लिए हमने रोडमैप तैयार करके 'युद्ध नशे के विरुद्ध' शुरू किया, जिसके तहत सख्त से सख्त कार्रवाई की जा रही है, जिसको लेकर पूरे देश में चर्चा हो रही है. पंजाब पुलिस हर तरह के अपराध को खत्म कर सकती है.
मंत्री हरपाल चीमा को पठानकोट, गुरदासपुर, नवांशहर, रोपड़, तरनतारन और होशियारपुर जिलों का प्रभार सौंपा गया है. वहीं, कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा को लुधियाना, पटियाला, कपूरथला, मोहाली, अमृतसर और जालंधर जिलों की जिम्मेदारी दी गई है.
मंत्री तरुणप्रीत सोंध को संगरूर, बरनाला, बठिंडा, फतेहगढ़ साहिब, मोगा और मलेरकोटला जिलों की निगरानी सौंपी गई है, जबकि मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर को फरीदकोट, मुक्तसर, मानसा, फाजिल्का और फिरोजपुर जिलों की जिम्मेदारी दी गई है.
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह को पूरे पंजाब के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और स्वास्थ्य विभाग की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वे राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े प्रशासनिक कार्यों की समीक्षा करेंगे और नशे की समस्या से निपटने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे.