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जिस शव का इंतज़ार करता रहा परिवार, वह किसी और ने कर दिया अंतिम संस्कार; परिजनों ने लगाया ये आरोप

लुधियाना जिले से सामने आया यह मामला न सिर्फ चौंकाने वाला है, बल्कि मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देने वाला भी है. शहर के एक निजी अस्पताल पर मृत महिला का शव गायब करने का गंभीर आरोप लगा है. पीड़ित परिवार का दावा है कि अस्पताल की भारी लापरवाही के चलते उनकी भाभी का शव किसी दूसरे परिवार को सौंप दिया गया और उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया.

जिस शव का इंतज़ार करता रहा परिवार, वह किसी और ने कर दिया अंतिम संस्कार; परिजनों ने लगाया ये आरोप
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 22 Dec 2025 4:46 PM

पंजाब के लुधियाना जिले से सामने आया यह मामला न सिर्फ चौंकाने वाला है, बल्कि मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देने वाला भी है. शहर के एक निजी अस्पताल पर मृत महिला का शव गायब करने का गंभीर आरोप लगा है. पीड़ित परिवार का दावा है कि अस्पताल की भारी लापरवाही के चलते उनकी भाभी का शव किसी दूसरे परिवार को सौंप दिया गया और उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया.

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घटना सामने आते ही इलाके में हड़कंप मच गया. गुस्साए परिजनों ने अस्पताल परिसर के बाहर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया और अस्पताल प्रबंधन पर घोर गैर-जिम्मेदाराना रवैये का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की. मामला इतना गंभीर है कि पुलिस को भी तत्काल जांच में जुटना पड़ा है.

अस्पताल में इलाज के दौरान हुई थी महिला की मौत

परिजनों के अनुसार, महिला को शुक्रवार 19 दिसंबर को तबीयत बिगड़ने पर लुधियाना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने शव को मोर्चरी में सुरक्षित रखने की बात कही. परिवार ने अस्पताल को स्पष्ट रूप से बताया था कि मृतका के बच्चे विदेश में रहते हैं और उनके आने के बाद सोमवार को ही शव लिया जाएगा, ताकि पूरे विधि-विधान के साथ अंतिम संस्कार किया जा सके.


सोमवार को मोर्चरी पहुंचा परिवार, शव देखकर उड़ गए होश

सोमवार सुबह जब परिजन शव लेने अस्पताल पहुंचे, तो उन्हें यह कहकर सन्न कर दिया गया कि मोर्चरी में शव मौजूद ही नहीं है. परिवार का आरोप है कि इस बारे में पूछने पर अस्पताल प्रशासन लगातार टालमटोल करता रहा और कोई ठोस जवाब नहीं दिया. कभी रिकॉर्ड चेक करने की बात कही गई, तो कभी वरिष्ठ अधिकारियों के आने का हवाला देकर समय बिताया गया. इस व्यवहार से परिजनों का गुस्सा और बढ़ गया.

किसी और परिवार को सौंप दिया गया शव?

परिजनों को आशंका है कि अस्पताल की गंभीर लापरवाही के चलते उनकी परिजन का शव किसी दूसरे परिवार को दे दिया गया, जिन्होंने अंतिम संस्कार भी कर दिया. परिवार का कहना है कि यह सिर्फ एक प्रशासनिक गलती नहीं, बल्कि इंसानियत के साथ किया गया बड़ा अन्याय है. इस आशंका ने पूरे मामले को और भी संवेदनशील बना दिया है. परिजनों ने साफ कहा कि वे तब तक पीछे नहीं हटेंगे, जब तक सच्चाई सामने नहीं आ जाती.

अस्पताल के बाहर धरना, पुलिस मौके पर पहुंची

घटना की सूचना मिलते ही सराभा नगर थाने के प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने परिजनों से बातचीत कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और अस्पताल प्रबंधन से भी जवाब मांगा. गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के बाहर धरना देकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और कहा कि इस तरह की लापरवाही को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए.

CCTV और रिकॉर्ड खंगाल रही पुलिस

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल के रिकॉर्ड, मोर्चरी से जुड़े दस्तावेज और CCTV फुटेज की गहन जांच की जा रही है. जांच के बाद ही यह साफ हो सकेगा कि शव कैसे और किन परिस्थितियों में गायब हुआ या किसी और को सौंप दिया गया. पुलिस ने आश्वासन दिया है कि यदि जांच में लापरवाही या गड़बड़ी सामने आती है, तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

सवालों के घेरे में निजी अस्पतालों की कार्यप्रणाली

इस घटना ने एक बार फिर निजी अस्पतालों की कार्यप्रणाली और जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. मृतक के परिवार का कहना है कि वे सिर्फ अपने प्रियजन का शव वापस नहीं चाहते, बल्कि यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भविष्य में किसी और परिवार के साथ ऐसा न हो.

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