क्राइम को लेकर मान सरकार की सख्ती, संगरूर में खुला साइबर पुलिस स्टेशन
पंजाब सरकार ने साइबर ठगी को गंभीरता से लेते हुए एक बड़ा कदम उठाया है. पंजाब पुलिस के महानिदेशक गौरव यादव ने बीते दिन संगरूर जिले में साइबर पुलिस स्टेशन का शुभारंभ किया. इसमें डिजिटल फॉरेंसिक और साइबर क्राइम जांच में विशेषज्ञता प्राप्त प्रशिक्षित कर्मचारी तैनात किए गए हैं.

Cyber Police Station: आज के समय में साइबर क्राइम के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. देश-विदेश में स्कैमर्स भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाकर उसने लाखों की ठगी कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से पंजाब में भी ऑनलाइन फ्रॉड के मामले सामने आए हैं.
पंजाब सरकार ने साइबर ठगी को गंभीरता से लेते हुए एक बड़ा कदम उठाया है. मान सरकार इस संबंध में काफी सख्ती बरत रही है. इस दिशा में गुरुवार (9 अक्टूबर) को संगरूर जिले में साइबर पुलिस स्टेशन का उद्घाटन किया गया.
स्कैमर्स पर पैनी नजर
पंजाब पुलिस के महानिदेशक गौरव यादव ने बीते दिन संगरूर जिले में साइबर पुलिस स्टेशन का शुभारंभ किया. इसका उद्देश्य पुलिस को Hi-Tech के क्षेत्र में विकसित करना है. इस दौरान यादव ने कहा कि यह पुलिस स्टेशन ऑनलाइन पेमेंट स्कैम, पहचान संबंधी चोरी, छेड़छाड़ और साइबर बुलिंग, हैकिंग और ऑनलाइन घोटालों जैसे मामलों के समाधान पर काम करेगा.
तकनीक से लैस है स्टेशन
जानकारी के अनुसार यह स्टेशन लेटेस्ट तकनीक से लैस है. इसमें डिजिटल फॉरेंसिक और साइबर क्राइम जांच में विशेषज्ञता प्राप्त प्रशिक्षित कर्मचारी तैनात किए गए हैं. बता दें डीजीपी ने पटियाला रेंज के डीआईजी मनदीप सिंह सिद्ध के साथ नए पुलिस स्टेशन का दौरा किया है.
1.29 करोड़ की ठगी का मामला
साइबर पुलिस स्टेशन के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान अशोक भंडारी ने डीजीपी से मुलाकात की. भंडारी से स्टेशन खोले पर पंजाब सरकार का धन्यवाद किया. हाल ही में ऑनलाइन बिजनेस के जरिए 1.29 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया था. जिसके बाद जिला पुलिस की साइबर टीम ने केस दर्ज कर 30 लाख रिकवर कर लिए थे.
पुलिस परिसर का उद्घाटन
डीजीपी गौरव यादव ने अपग्रेड जिला पुलिस परिसर का भी उद्घाटन किया. जिसे जनता की बढ़ती संख्या को प्रभावी ढंग से संभालने के लिए तैयार किया गया है. उन्होंने पब्लिक कार पार्किंग की नींव भी रखी गई, जिससे आम नागरिकों को काफी फायदा होगा. यादव ने कहा कि आधुनिक सुविधाओं में निवेश करने के पीछे पंजाब पुलिस का मकसद सार्वजनिक सेवाओं को बढ़ाना है.
डिजिटल अरेस्ट का मामला
हाल ही में पंजाब में साइबर ठगों ने एक रिटायर्ड आईएएस अफसर हरजिंदर सिंह चहल को अपना शिकार बनाया था. स्कैमर्स ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अफसर बताकर डिजिटली अरेस्ट किया और 76 लाख रुपये ठग लिए. सूचना मिलने पर स्टेट साइबर क्राइम सेल ने मामला दर्ज किया. ठगों ने चहल से कहा कि उनका नाम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आया है और बॉम्बे हाईकोर्ट ने समन जारी किया है.