रिटायर्ड DGP का अनोखा काम, झाड़ू से रोजाना करते हैं सड़के साफ, आनंद महिंद्रा ने भी की तारीफ
सफाई बेहद जरूरी है, लेकिन आज भी हम लोग कूड़ा अपने घर के बाहर ही फेंकते हैं. इस कारण से हमारा देश स्वच्छता के मामले में अभी भी बहुत पीछे हैं. ऐसे में चंडीगढ़ के रिटायर्ड DGP अपने शहर की सड़कों को रोजाना साफ करते हैं.

हम अपने घर को रोज़ साफ़ करते हैं, लेकिन बाहर की गंदगी को देखकर अक्सर मुंह मोड़ लेते हैं. वहीं, दूसरी ओर चंडीगढ़ के एक्स डीआईजी ने एक मिसाल पेश की है, जिसकी जितनी तारीफ की जाए, उतना कम है. जब चंडीगढ़ की नींद अभी खुलनी ही शुरू होती है, तब 87 साल के इंद्रजीत सिंह सिद्धू पहले से ही अपने मिशन पर निकल चुके होते हैं. सिर्फ़ एक साधारण साइकिल, एक झोला और दिल में कर्तव्य की भावना.
पूर्व पंजाब पुलिस के डीआईजी रहे सिद्धू साहब हर सुबह सेक्टर 49 की गलियों में खुद अपने हाथों से कूड़ा उठाते हैं. न कोई मजबूरी, न कोई दिखावा, सिर्फ़ एक सीधा-सादा संकल्प कि चंडीगढ़ साफ रहे, क्योंकि उन्हें साफ-सुथरी जगह पसंद है.
चमकती हैं विदेशों की सड़कें
सिद्धू साहब का मानना है कि सफाई की शुरुआत केवल अपने घर से नहीं होनी चाहिए. 'अगर आप विदेशों की सड़कें देखें, तो वो चमकती हैं, लेकिन भारत में ऐसा कम ही होता है.' उनकी बातें शिकायत जैसी नहीं लगतीं, बल्कि एक शांत बदलाव की पुकार है. वे दूसरों की तरह बैठकर आलोचना नहीं करते, उठते हैं, झुकते हैं और खुद सफाई करते हैं.
ज़मीन पर काम है ज्यादा जरूरी
हाल ही में हुए स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में चंडीगढ़ को 3 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों में दूसरा स्थान मिला. किसी और को यह रैंकिंग गर्व या अफसोस का कारण लग सकती है, लेकिन सिद्धू साहब के लिए यह सिर्फ़ एक आंकड़ा है. उन्हें दुख है कि चंडीगढ़ पहले स्थान से चूक गया, लेकिन उन्होंने शिकायत नहीं की बल्कि खुद इसमें योगदान दिया.
आनंद महिंद्रा ने की तारीफ
देश के जाने-माने उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने सिद्धू साहब के इस काम से बेहद प्रभावित हुए. उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि 'सड़कों का साइलेंट योद्धा' बताया. उन्होंने लिखा 'हर सुबह 6 बजे, चंडीगढ़ के सेक्टर 49 की शांत गलियों में यह 88 साल के रिटायर्ड पुलिस अधिकारी सफाई का काम खुद करते हैं. ये कदम एक बेहतर दुनिया में विश्वास का प्रतीक है.'