Rolex घड़ी और लग्जरी कार! पंजाब की 'थार वाली कांस्टेबल' के खूब हैं चर्चे, जानें कौन हैं अमनदीप कौर
Thar wali constable: पंजाब विजिलेंस टीम ने थार वाली कांस्टेबल नाम से फेमस अमनदीप कौर को सोमवार को गिरफ्तार किया. उन पर नशीली पर्दार्थ की तस्करी का आरोप है. जिनकी कमाई का सॉर्स है उससे ज्यादा ही संपत्ति उनके पास है. अब पुलिस इस मामले की जांच कर ही है.

Who Is Amandeep Kaur: पंजाब पुलिस की पूर्व कांस्टेबल अमनदीप कौर, जिन्हें 'थार वाली कांस्टेबल' और 'इंस्टाग्राम क्वीन' के नाम से जाना जाता है. इन दिनों काफी चर्चा में हैं. पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत कौर की संपत्ति जब्त कर ली है. सोमवार (26 मई) को विजिलेंस टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया.
जानकारी के अनुसार, अमनदीप कौर पर नशीले पदार्थों की तस्करी का आरोप है और इसी की जांच में यह कार्रवाई की गई है. साथ ही उन पर कमाई के आधार पर ज्यादा संपत्ति रखने का आरोप है. पुलिस ने कौर के पास से हेरोइन जब्त होने के बाद उसे सस्पेंड कर दिया. अब हर कोई कांस्टेबल की संपत्ति की चर्चा हो रही है.
कौन है अमनदीप कौर?
अमनदीप कौर पंजाब के बठिंडा के चाक फतेह सिंह वाला की रहने वाली हैं. सोशल मीडिया पर उन्हें 'थार वाली कांस्टेबल' और 'इंस्टाग्राम क्वीन' के नाम से लोग ज्यादा जानते हैं. इंस्टाग्राम पर 30,000 से अधिक फॉलोअर्स हैं, जहां वह अपनी लाइफ से जुड़ी फोटो और वीडियो लोगों के साथ शेयर करती हैं. वह अक्सर पुलिस की ड्यूटी के दौरान नियमों को उल्लंघन करने के कारण विवादों में रहती हैं.
वह एक गरीब दलित परिवार से ताल्लुक रखती है. वह 2011 में पुलिस में भर्ती हुई थीं. अपने परिवार की सामान्य परिस्थितियों के बावजूद वह बठिंडा की एक पॉश कॉलोनी में रहती थीं और एक शानदार जीवन जीती थीं, जिससे उनकी आय के स्रोतों के बारे में संदेह पैदा हुआ.
कितनी है संपत्ति?
- पुलिस ने अमनदीप कौर के पास से महिंद्रा थार, ऑडी, इनोवा कार और रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल जैसी लक्जरी गाड़ियां हैं.
- कौर के पास से हाई-एंड राडो और रोलेक्स घड़ियां, गुच्ची धूप के चश्मे और लगभग 2 करोड़ रुपये का घर से जब्त किए गए.
- विजिलेंस ब्यूरो ने उन्हें गिरफ्तार किया और उनकी ₹1.35 करोड़ की संपत्ति को जब्त कर लिया है, जिसमें दो रिहायशी संपत्तियां, महंगी कारें, एक Rolex घड़ी, मोबाइल फोन और कैश शामिल हैं.
- यह संपत्ति उनकी कुल आय ₹1.08 करोड़ से लगभग ₹31 लाख अधिक है, जो आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप को सही ठहराती है.