'ये मौलाना दिग्विजय की फितरत है', कांग्रेस नेता के किस पोस्ट पर कांवड़ vs नमाज पर बवाल? Video
फेसबुक पर दिग्विजय सिंह द्वारा शेयर की गई दो तस्वीरों में पहली तस्वीर कांवड़ यात्रा की है, जिसमें भक्त सड़क पर काँवड़ लेकर जा रहे हैं, जबकि दूसरी में मुस्लिम समुदाय के लोग सड़क पर नमाज अदा कर रहे हैं. इस पोस्ट पर उन्होंने लिखा- 'एक देश में दो कानून?", बीजेपी का पलटवार “हर बार हिंदू आस्था पर हमला करते हैं दिग्विजय, भोपाल से बीजेपी सांसद विश्वास कैलाश सारंग ने तीखी प्रतिक्रिया दी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह एक बार फिर विवादों में हैं. इस बार उन्होंने कांवड़ यात्रा और नमाज को लेकर फेसबुक पर एक ऐसी तस्वीर साझा कर दी, जिसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भड़क उठी है. पार्टी ने इसे सनातन धर्म का अपमान बताते हुए उन्हें 'मौलाना दिग्विजय सिंह' तक कह डाला और माफी की मांग की है.
फेसबुक पर दिग्विजय सिंह द्वारा शेयर की गई दो तस्वीरों में पहली तस्वीर कांवड़ यात्रा की है, जिसमें भक्त सड़क पर काँवड़ लेकर जा रहे हैं, जबकि दूसरी में मुस्लिम समुदाय के लोग सड़क पर नमाज अदा कर रहे हैं. इस पोस्ट पर उन्होंने लिखा- 'एक देश में दो कानून?", बीजेपी का पलटवार “हर बार हिंदू आस्था पर हमला करते हैं दिग्विजय, भोपाल से बीजेपी सांसद विश्वास कैलाश सारंग ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि मौलाना दिग्विजय सिंह केवल सनातन का विरोध करते हैं. कांवड़ यात्रा जैसे पवित्र पर्व को भी उन्होंने विवादित बना दिया है.
दिग्विजय की पोस्ट पर क्या बोली बीजेपी?
उन्होंने आरोप लगाया कि दिग्विजय सिंह का इतिहास हिंदू आस्था को निशाना बनाने का रहा है. जाकिर नाइक से लेकर पाकिस्तान तक, वही पुरानी मानसिकता, बीजेपी सांसद ने आगे कहा, जाकिर नायक का महिमामंडन करने वाले, आतंकवादियों का पक्ष लेने वाले, सेना के हर ऑपरेशन पर सवाल उठाने वाले और पाकिस्तान के समर्थन में बोलने वाले दिग्विजय सिंह से और उम्मीद भी क्या की जा सकती है?”
उन्होंने आगे कहा कि, यही उनकी फितरत है. लेकिन अब ये सब भारत में नहीं चलने वाला है. उन्होंने यह भी कहा कि दिग्विजय सिंह बार-बार सनातन धर्म को निशाना बनाकर देश की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं और कांग्रेस पार्टी को इस पर जवाब देना चाहिए.
भाजपा नेताओं का कहना है कि यह पोस्ट करोड़ों हिंदुओं की भावना को आहत करने वाली है. पार्टी ने कांग्रेस नेतृत्व से भी मांग की है कि वह अपने नेता के इस व्यवहार पर सार्वजनिक रूप से सफाई दे और दिग्विजय सिंह को पोस्ट हटाकर माफी मांगने के लिए कहे.
दिग्विजय सिंह की पोस्ट का सवाल "एक देश में दो कानून?" दरअसल संवेदनशील मुद्दे को भड़काने जैसा माना जा रहा है. यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने किसी धार्मिक विषय पर ऐसा बयान दिया हो, लेकिन इस बार कांवड़ यात्रा जैसे शांतिपूर्ण श्रद्धा के पर्व को खींच लाना कइयों को चुभ गया है.