पहले पति पर चलवाई गोली, जेठ-ससुर से भी बनाए संबंध और फिर सास की करवा दी हत्या... कहानी पूजा के खौफनाक 'पाप' की
ग्वालियर निवासी पूजा जाटव ने झांसी में अपनी सास की बेरहमी से हत्या कर दी और शव को पलंग के नीचे छिपा दिया. पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि हत्या के पीछे पारिवारिक विवाद था. मामले में पूजा समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने घटनास्थल से सबूत जुटाए हैं. आगे की जांच जारी है. यह हत्याकांड इलाके में सनसनी का कारण बना हुआ है.
Pooja Jatav arrested in mother-in-law murder case: मध्य प्रदेश के ग्वालियर की रहने वाली पूजा जाटव पर कई सनसनीखेज आरोप लगाए गए हैं. उस पर झांसी (यूपी) के तहरौली गांव में 24 जून को अपनी सास सुशीला देवी की हत्या की हत्या का आरोप है. शुरुआती जांच में मामला लूट का लगता था, लेकिन आगे जांच में यह एक संगठित षड्यंत्र निकला.
पूजा ने पहले भी कई जघन्य वारदातों को अंजाम दिया. उस पर अपने पहले पति के ऊपर गोली चलवाने का भी आरोप है. पुलिस ने जब पूजा को गिरफ्तार किया तो उसके काले कारनामों की परत खुलती चली गई.
पहले पति से तलाक, फिर जेल और जमानत
पूजा की पहली शादी मध्य प्रदेश में हुई थी, लेकिन विवाद की वजह से उसने पति से तलाक ले लिया. उसने पति की हत्या करने के लिए सुपारी दी. पति पर गोली चलाई गई, लेकिन वह बच निकला, जिसके बाद उसने पूजा पर केस कर दिया. पूजा कुछ दिन जेल में रही, लेकिन इसके बाद जमानत मिल गई. बाद में वह झांसी के कल्याण सिंह के साथ 6 साल तक लिव-इन में रही. उसकी सड़क दुर्घटना में मौत होने के बाद, पूजा ने अपने जेठ संतोष (कल्याण के भाई) से संबंध बनाए, जिससे उसे एक बेटी हुई. दोनों सात साल तक लिव-इन में रहे.
बताया जाता है कि संतोष पहले से शादीशुदा था. वह एक बच्चे का पिता भी है, लेकिन इसके बावजूद उसने पूजा से शादी कर ली. कुछ रिपोर्ट में बताया जाता है कि पूजा का अपने ससुर से भी नाजायज संबंध थे.
सास की हत्या क्यों की?
पूजा परिवार की 18 बीघा जमीन बेचना चाहती थी. संतोष और अन्य परिजनों ने सहमति दी, लेकिन सुशीला देवी ने विरोध किया. इसके इसके चलते पूजा ने उन्हें रास्ते से हटाने की साजिश रची. 24 जून को अपनी बेटी के जन्मदिन के मौके पर पूजा ने अपनी बहन और उसके प्रेमी अनिल वर्मा को भेजकर सास की हत्या करवा दी. पहले सास को बेहोशी की इंजेक्शन दिया गया और फिर गला घोंट कर हत्या कर दी गई. घर से करीब 8 लाख रुपये के गहने, एक बाइक और देशी बंदूक भी लूट ले गए.
जेल और कबूलनामा
हत्या के बाद पूजा के गायब होने से पुलिस को शक हुआ. पूछताछ और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के आधार पर पूजा ने अपराध स्वीकार कर लिया, जिसके बाद पूजा, कामिनी और अनिल को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है. लूटे गए सामान की बरामदगी हो चुकी है.
कुल मिलाकर क्या हुआ?
पूजा जाटव ने संपत्ति हासिल करने के लिए कई रिश्तों का इस्तेमाल किया और अंततः अपनी सास की निर्मम हत्या कर डाली. मामला केवल आपराधिक नहीं बल्कि भावनात्मक, सामाजिक और नैतिक पतन की मिसाल बन गया है.





