लापरवाही ने छीन ली कई जिंदगी! शिवपुरी में नाव पलटने से 7 लोग लापता; चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन
शिवपुरी के माताटीला डैम में नाव पलटने से बड़ा हादसा हुआ, जिसमें 15 लोग सवार थे. 7 अब भी लापता हैं. वे फाग उत्सव मनाने जा रहे थे, जब नाव असंतुलित होकर डूब गई. प्रशासन ने बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन रात में रोकना पड़ा. यह घटना सुरक्षा मानकों की अनदेखी और प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल उठाती है.

शिवपुरी के माताटीला डैम में बड़ा हादसा हुआ है. यहां होली का उत्सव मनाने जा रहे लोगों की नाव पलट गई. नाव पर 15 लोग सवार थे, जिनमें से 7 लोग अब भी लापता हैं. इस घटना में बच्चे भी शामिल हैं, जिससे इलाके में चिंता और भय का माहौल बन गया है. होली का जश्न अचानक मातम में बदल गया जब नाव अनियंत्रित होकर डैम के गहरे पानी में डूब गई. स्थानीय लोगों ने तुरंत प्रशासन को सूचना दी, जिसके बाद राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया.
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन सक्रिय हुआ और गोताखोरों की टीम को मौके पर भेजा गया. कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जबकि लापता लोगों की तलाश अभी भी जारी है. रात होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन अस्थायी रूप से रोक दिया गया, लेकिन सुबह होते ही दोबारा बचाव कार्य शुरू किया जाएगा. हादसे के पीछे के वास्तविक कारणों की जांच की जा रही है, हालांकि शुरुआती अनुमान के मुताबिक नाव पर क्षमता से अधिक लोग सवार थे.
फाग उत्सव मनाने जा रहे थे मंदिर
स्थानीय ग्रामीण हर वर्ष की तरह फाग उत्सव मनाने के लिए मंदिर जा रहे थे. परंपरा के अनुसार, वे नाव के जरिए डैम में स्थित टापू पर बने मंदिर तक पहुंचते हैं. लेकिन इस बार नाव ज्यादा लोगों के भार से असंतुलित हो गई और बीच धार में पलट गई. तैराकी जानने वाले कुछ लोग किसी तरह किनारे पहुंच गए, लेकिन जो तैरना नहीं जानते थे, वे गहरे पानी में डूब गए. इस हादसे ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है और प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठने लगे हैं.
गांव में पसरा मातम
पूरा गांव इस हादसे से शोक में डूब गया है. जहां एक तरफ होली की तैयारियां चल रही थीं, वहीं अब चारों ओर मातम पसरा हुआ है. प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है. साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि नाव पर सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था या नहीं. क्या नाविक के पास पर्याप्त अनुभव था? क्या प्रशासन ने सुरक्षा उपायों को नजरअंदाज किया? स्थानीय लोग इस हादसे की गहन जांच और जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.ये लोग हैं लापता
अब तक 7 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है, जिनमें शिवराज, सवित्री, जॉनसन, गुलाब, लीला, रामदेवी और उषा शामिल हैं. वहीं, शारदा, कुमकुम, लीला, चाइना, कान्हा, रामदेवी और शिवा अब भी लापता हैं. प्रशासन इनकी खोजबीन में लगा हुआ है और स्थानीय गोताखोरों की मदद ली जा रही है. इस दर्दनाक हादसे ने इलाके में गहरे दुख का माहौल बना दिया है, साथ ही जलयात्रा से जुड़े सुरक्षा उपायों को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.