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सरकारी गाड़ी बनी भौकाल! तहसीलदार की गाड़ी पर लोगों ने काटा केक और की फायरिंग, वीडियो वायरल

Katni Viral News: शनिवार को कुछ युवक एक लाल बत्ती लगी सरकारी वाहन की बोनट पर बर्थडे केक काटते हुए नजर आए. एएसपी डेहरिया ने आगे बताया कि वायरल हो रहे उस वीडियो में गाड़ी के मालिक को बुलाया जाएगा और फिर मामले की जांच होगी. जांच के बाद दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएगी.

सरकारी गाड़ी बनी भौकाल! तहसीलदार की गाड़ी पर लोगों ने काटा केक और की फायरिंग, वीडियो वायरल
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( Image Source:  Video Grab )

Katni Viral News: जन्मदिन सभी के लिए खास दिन होता है, लेकिन कभी-कभी लोग उस दिन को मनाने के लिए कुछ ऐसा कर जाते है जिसके बाद उन्हें बहुत पछतावा होता है. ऐसी ही एक घटना मध्य प्रदेश के कटनी जिले से आ रही है, जहां शनिवार को अधिकारी की ड्यूटी पर लगी सरकारी गाड़ी में अज्ञात लोगों ने बर्थडे केक काटा. साथ ही इसमें एक दिलचस्प बात यह है कि केक पर 'भौकाल' लिखा हुआ था. केक काटने और हर्ष फायरिंग का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले पर संज्ञान लिया है.

मामला 8 अक्टूबर का बताया जा रहा है. जहां जन्मदिन को मनाने के लिए कटनी नायब तहसीलदार की सेवा में लगी प्राइवेट गाड़ी लेकर पहुंचे. युवक ने पहले केक काटा और फिर फायरिंग की.

माधवनगर थाना प्रभारी को मिली जांच की जिम्मेदारी

मामले को देखते हुए एएसपी डॉ संतोष डेहरिया ने कहा- लाल बत्ती पर लगी सरकारी गाड़ी पर केक काटने और गाड़ी में बैठकर हवाई फायरिंग का मामला बेहद ही सीरीयस है. मामले को लेकर जांच की जिम्मेदारी माधवनगर थाना प्रभारी को दी गई है. उन्होंने बताया कि जांच अधिकारी को वायरल फुटेज का वीडियो दे दिया गया है.

मामले की होगी जांच

एएसपी डेहरिया ने आगे बताया कि वायरल हो रहे उस वीडियो में गाड़ी के मालिक को बुलाया जाएगा और फिर मामले की जांच होगी. जांच के बाद दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएगी. उन्होंने आगे कहा, कि जहां तक फायरिंग की बात है तो उस आरोपी को भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा जिसे वीडियो में देखा जा रहा है.

टीकमगढ़ का मामला

मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले से एक खबर हाल ही में आई है, जिसमें देखा जा सकता है कि मोबाइल फोन की एक रील ने स्वास्थ्य विभाग के डाटा इंट्री ऑपरेटर की जिंदगी कैसे बदल दी है. जीवन शर्मा नाम के एक व्यक्ति ने रील्स में हनुमानजी की वृद्धावस्था में रामायण लेखन की तस्वीर देखी.जिसे देखने के बाद वह उसमें इतना लीन हो गए कि उन्होंने चावल के दानों पर पूरी रामायण लिखने की थान ली. मिली जानकारी के अनुसार वह करीब 14 महीने से रोजाना तीन से साढ़े तीन घंटे इस साधना में लगे रहते हैं.

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