दिवाली के दिन छीन ली गई मासूमों के आंख की रोशनी, MP सरकार ने कैल्सियम कार्बाइड गन पर लगाया बैन; अबतक कितने बच्चे हैं प्रभावित?
Carbide Guns Bans In MP: कैल्सियम कार्बाइड गन से 10 बच्चों के आंखों की रोशनी चली गई. अब एमपी सरकार ने इस पर बैन लगा दिया है. भोपाल ग्वालियर और विदिशा जैसे शहरों में इन गनों की बिक्री पर रोक लगाने के लिए पुलिस और प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं.
Carbide Guns Bans In MP: देश भर में हर साल की तरह इस बार भी दिवाली पर आतिशबाजी की गई. धूमधाम से लोगों से त्योहार मनाया और पटाखे जलाएं. दिवाली के मौके पर कैल्सियम कार्बाइड गन का भी इस्तेमाल किया गया. खासकर छोटे बच्चे इससे बहुत खेलते हैं. अब मध्य प्रदेश सरकार ने इस गन पर बैन लगा दिया है.
News18 की रिपोर्ट के मुताबिक, एमपी के अलग-अलग जिलों में कैल्सियम कार्बाइड गन के इस्तेमाल से 300 से ज्यादा बच्चों की आंखों में गंभीर चोटें आई हैं, जिनमें से 10 बच्चों की आंखों की रोशनी चली गई है. इसके बाद सरकार ने यह फैसला लिया है.
एमपी में बैन हुई कैल्सियम कार्बाइड गन
एमपी सरकार के आदेश के बाद, भोपाल ग्वालियर और विदिशा जैसे शहरों में इन गनों की बिक्री पर रोक लगाने के लिए पुलिस और प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं. सभी मजिस्ट्रेट और पुलिस टीमों को पटाखों की दुकानों और सड़क किनारे के स्टॉलों की जांच करने और अवैध गनों का भंडारण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.
डिप्टी सीएम का बयान
इस मामले पर मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने कहा, हम प्रभावित बच्चों की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. अस्पताल में भर्ती बच्चों की निगरानी की जा रही है जिससे उनकी आंखों को कोई और नुकसान न हो.
उन्होंने कहा, ऐसे पाइप बैरल का उपयोग करके पटाखे फोड़ने के बारे में पहले ही एक सलाह जारी की गई थी. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी लोगों से अपील की है कि वे ऐसे अवैध रूप से निर्मित बैरल और पटाखों का उपयोग करने से बचें.
क्यों खतरनाक है ये गन?
कैल्सियम कार्बाइड गनें प्लास्टिक या टिन की पाइपों से बनी होती हैं, जिनमें कैल्सियम कार्बाइड और पानी मिलाकर विस्फोटक गैस निकलती है, जिससे आवाज की नकल होती है. इन गनों का उपयोग बच्चों के लिए खिलौने के रूप में किया जाता है, लेकिन ये ज्यादा खतरनाक साबित हो रही हैं.
डॉक्टर्स का कहना है कि ये गनें बच्चों के लिए खिलौने नहीं, बल्कि एक प्रकार का विस्फोटक उपकरण हैं. कैल्सियम कार्बाइड और पानी से गैस और चिंगारियां आंखों में गंभीर जलन और स्थायी नुकसान का कारण बन सकती हैं. अधिकारियों ने भविष्य में इन खतरनाक उपकरणों के उपयोग से बचने के लिए माता-पिता से सावधान रहने की सलाह दी है. साथ ही बच्चों को असुरक्षित पटाखों और विस्फोटक खिलौनों से दूर रखने की अपील की है.





