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विधर्मी के साथ जा रही बेटी तो टांगे तोड़ दो... साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बयान से सोशल में मचा हल्ला, क्या बोले यूजर्स?

बीजेपी की पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने बेटियों को लेकर दिया विवादित बयान. उन्होंने कहा कि अगर कोई लड़की विधर्मी के साथ जाने की कोशिश करे, तो माता-पिता को सख्ती दिखानी चाहिए. बयान के बाद सोशल मीडिया और सियासी गलियारों में तीखी प्रतिक्रियाएं शुरू हो गई हैं. विपक्ष ने इसे महिलाओं के खिलाफ हिंसा भड़काने वाला बताया है.

विधर्मी के साथ जा रही बेटी तो टांगे तोड़ दो... साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बयान से सोशल में मचा हल्ला, क्या बोले यूजर्स?
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नवनीत कुमार
Curated By: नवनीत कुमार

Updated on: 21 Oct 2025 2:39 PM IST

मध्यप्रदेश की पूर्व सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के एक सार्वजनिक मंच पर दिए गए बयान ने सियासत और सोशल मीडिया दोनों पर ही हलचल मचा दी है. मंच से उन्होंने ऐसा कड़ा संदेश दिया कि उसे लेकर लोगों में चिंता, नाराज़गी और कड़ी प्रतिक्रिया एक साथ सामने आई है. इस घटना ने परिवार, महिलाओं के अधिकार और भाषण-स्वतंत्रता की सीमाओं पर बहस को नया जोड़ दिया है.

एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि अगर किसी की बेटी माता-पिता की बात नहीं मानती और किसी विधर्मी के साथ जाने की कोशिश करती है, तो माता-पिता को सख्त कदम उठाने से पीछे नहीं हटना चाहिए. साध्वी प्रज्ञा ने कहा, “अगर आपकी लड़की आपकी बात नहीं मानती, किसी विधर्मी के साथ जाने का प्रयास करती है, तो उसकी टांगे तोड़ देने में भी पीछे मत हटना.” उन्होंने आगे कहा कि बेटियों को शुरू से संस्कार और अनुशासन सिखाने चाहिए. लेकिन अगर वे समझाने से नहीं मानतीं, तो माता-पिता को “ताड़ना यानी सख्ती से समझाना” चाहिए.

धर्म और संस्कृति का हवाला देकर दी नसीहत

प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि जब कोई बेटी जन्म लेती है, तो उसे लक्ष्मी और सरस्वती का रूप माना जाता है, लेकिन जब वही बड़ी होकर ‘विधर्मी बनने’ की सोचती है, तो यह माता-पिता की जिम्मेदारी है कि उसे रोका जाए. उन्होंने कहा कि बेटियों की गतिविधियों पर नज़र रखना जरूरी है ताकि वे गलत दिशा में न जाएं.

सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस

इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया की बाढ़ आ गई है. कई लोगों ने इसे महिलाओं के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देने वाला बताया, जबकि कुछ लोगों ने साध्वी के बयान को “संस्कारों की रक्षा” की बात कहते हुए समर्थन दिया.

सोशल मीडिया क्या बोले लोग?

ramanswall नामक यूजर ने लिखा, भाजपा की तथाकथित साध्वी प्रज्ञा ठाकुर कितनी बेशर्मी से बच्चियों की टांगें तोड़ने का आह्वान कर रही है। ऐसा सिर्फ भाजपा और संघ में ही होता है। क्रूर और अत्याचारी औरत के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए। akhilesh3935 नामक यूजर ने लिखा, "उम्र ज्यादा हो गई प्रज्ञा ठाकुर की और जब किसी की उम्र ज्यादा हो जाती है तो बीपी बढ़ती है और जब बीपी बढ़ती है तो आदमी तनाव में रहता है जब आदमी तनाव में रहता है तो ऐसी बकवास करता है." politi_LEAKS नामक यूजर ने लिखा, 'टांगें तोड़ दो!' ये कौन सा उपदेश है? गोडसे-समर्थक पूर्व सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने बेटियों को हिंसा भड़काई। शादी की मर्ज़ी पर टांगें तोड़ने की सलाह! क्या नफ़रत फैलाना ही राजनीति है?

विपक्ष और जनमत की आलोचना

विपक्षी दलों और महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने इस बयान की निंदा की है. उनका कहना है कि इस तरह की सोच समाज में हिंसा और भय का माहौल पैदा करती है. यह पहली बार नहीं है जब साध्वी प्रज्ञा ठाकुर किसी विवादित बयान को लेकर चर्चा में आई हों. अब देखना यह है कि पार्टी इस पर क्या रुख अपनाती है और क्या उनके खिलाफ कार्रवाई होती है या नहीं.

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