अंडे बेचने के बहाने घरों में करता था रेकी, रात में देता चोरी को अंजाम, ऐसे खुली शातिर चोर की पोल
मध्य प्रदेश के सागर से एक मामला सामने आया है जहां एक युवक दिन में अंडे बेचने के बहाने उन घरों की रेकी करता जहां कम लोग होते थे और रात में उसी घर में चोरी को वारदात देता था.

हमारे गली मोहल्ले में अक्सर दिन भर में कितने फेरी वाले चक्कर लगा जाते हैं, जिसमें सब्जी वाला, कपड़ें वाला, रद्दी वाला तमाम ऐसे कई फेरी वाले हमारी गलियों अपना सामान बेचने आते हैं. हम सभी ने शायद उनपर उतना गौर नहीं किया जितना वो हमारे घर पर करते हैं. हालांकि सब एक जैसे नहीं होते, लेकिन उनमें से कुछ ऐसे बहरूपिया होते हैं जो दिन में सामान बेचने के इरादे से ग्राहकों के घर की रेकी करते हैं और रात में लूटपाट.
एक ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश के सागर से सामने आया है जहां एक युवक दिन में अंडे बेचने के बहाने उन घरों की रेकी करता जहां कम लोग होते थे और रात में उसी घर में चोरी को वारदात देता था. वह पिछले कई समय से ऐसा करता आ रहा था जहां उसने उन घरों से नकदी और सोने के गहने चुराए जहां दिन दोपहरी उसने अंडे बेचा था.
पुलिस को देखते ही भागा
हालांकि एक दिन उसकी किस्मत तब खराब निकली जब उस इलाके में पुलिस गश्त पर थी. युवक जब चोरी के इरादे उस इलाके में आया तो अचानक पुलिस को देखकर सकपका गया. जब अंधेरी रात में पुलिसवालों उस पर थोड़ा शक हुआ तो उन्होंने उसे अपने पास बुलाया. पुलिस का इशारा देखते ही वह डर के मारे भागने लगा जिसकी बाद पुलिस उसकी पीछे दौड़ पड़ी. जब उससे भागने का करण पूछा तो चोर ने सारा राज उगल दिया. उसने बताया कि वह दिन में अंडे बेचने के बहाने उन घरों में नजर गड़ाए हुए रखता हैं जहां उसे चोरी करने की सबसे ज्यादा संभावना होती है.
छठवीं चोरी में हुआ असफल
चोर की पहचान 20 साल के आदित्य कोरी के रूप में हुई, जब पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो उसके पास घरों में ताला तोड़ने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले औजार पाए गए जिसमें हथोड़ा मिला. आरोपी आदित्य ने कबूल किया कि उसने अब तक अंडे बेचने के बहाने सोने-चांदी के गहने और सवा लाख के करीब नकदी चुराई है. वह इन पैसों को अपने ऐशो आराम के लिए उड़ता था. उसने अब तक वहां पांच चोरियां की उस रात वह छठवीं चोरी करने गया था.
18 साल की उम्र से कर रहा है चोरी
थाना प्रभारी अनूप यादव ने बताया कि आरोपी जब नाबालिक था तब से वह चोरी जैसी वारदात को अंजाम देते आ रहा है. उसे महाराष्ट्र और औरंगाबाद में चोरी के आरोप पकड़े जाने के बाद बाल सुधार गृह भेज दिया गया था. लेकिन उसकी मां ने उसकी जामनत कराई और यह सोचकर कि बेटा सुधर जाएगा इसलिए उसने अंडे का ठेला खुलवा दिया, वहीं उसने सुधरने के बजाए चोरी जैसे अपराध में लिप्त रहा. उन्होंने कहा कि युवक के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया