भिंड में दलित ड्राइवर के साथ बेरहमी! गाड़ी चलाने से किया मना तो कई घंटों तक जंजीरों से बंधक बनाकर पीटा फिर पिलाया पेशाब
भिंड जिले के सुरपुरा थाना क्षेत्र में 33 वर्षीय दलित ड्राइवर ज्ञान सिंह जाटव को तीन दबंगों ने घर से उठाकर बोलेरो में बंधक बनाया और सुनसान जगह ले जाकर बेरहमी से पीटा. आरोपियों ने उसे लात-घूंसों और डंडों से मारा और जबरन पेशाब पिलाया. घटना गाड़ी चलाने को लेकर पुरानी रंजिश की वजह से हुई. पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया और एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया. पीड़ित का इलाज जिला अस्पताल में जारी है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है.

मध्य प्रदेश के भिंड जिले के सुरपुरा थाना क्षेत्र में सोमवार दोपहर दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसमें अनुसूचित जाति के 33 वर्षीय युवक और पेशे से ड्राइवर ज्ञान सिंह जाटव को गांव के ही तीन दबंगों ने घर से उठाकर जबरन बोलेरो में बैठा लिया और सुनसान जगह ले जाकर बेरहमी से पीटा. आरोपियों ने उसे लात-घूसों और डंडों से पीटा, साथ ही जबरन पेशाब पिलाकर मानवता को शर्मसार किया.
पीड़ित किसी तरह घर लौटकर पहुंचा और परिजनों को पूरी घटना बताई. इसके बाद परिवार ने तुरंत सुरपुरा थाना जाकर शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी सोनू बरुआ, आलोक पाठक और छोटू ओझा के खिलाफ केस दर्ज किया.
गाड़ी को लेकर पुरानी रंजिश बनी घटना की वजह
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि वह पेशे से ड्राइवर है और पहले दतावली गांव के सोनू बरुआ की बोलेरो चलाता था. कुछ दिनों से उसने गाड़ी चलाना बंद कर दिया था और ग्वालियर के दीनदयाल नगर में अपने ससुराल में रह रहा था. सोमवार की रात सोनू बरुआ, आलोक पाठक और छोटू ओझा उसे जबरन कार में बैठाकर सुरपुरा गांव ले गए. जांच में सामने आया कि घटना की जड़ बोलेरो गाड़ी चलाने को लेकर पुरानी रंजिश थी. आरोपी पहले भी पीड़ित पर दबाव डाल रहे थे, लेकिन उसने गाड़ी चलाने से मना कर दिया था. इसी नाराजगी में उन्होंने यह घिनौनी हरकत की.
एएसपी और कलेक्टर ने अस्पताल पहुंचकर लिया हालचाल
एएसपी संजीव पाठक और कलेक्टर करोड़ी लाल मीणा ने मंगलवार को जिला अस्पताल जाकर पीड़ित से मुलाकात की और बयान दर्ज किया. उन्होंने पीड़ित को भरोसा दिलाया कि जांच निष्पक्ष और तेज गति से की जाएगी. एएसपी संजीव पाठक ने बताया कि 'पीड़ित की रिपोर्ट पर मारपीट करने, बंधक बनाने और एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. सोनू और आलोक पुलिस की हिरासत में हैं, छोटू की तलाश जारी है. पीड़ित को जबरन पेशाब पिलाने के आरोप की जांच की जा रही है. मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीड़ित ज्ञान सिंह का इलाज जिला अस्पताल में जारी है और उसकी स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है.