Begin typing your search...

हेमंत सोरेन की उम्र पर बवाल, बीजेपी ने पूछा- पांच साल में कैसे सात साल बड़े हो गए सीएम

सीएम हेमंत ने बेरहट सीट से नॉमिनेशन फाइल किया है. हेमंत ने जो शपथ पत्र दाखिल किया है, उसके मुताबिक उनकी उम्र पांच साल के अंतराल में ही सात साल बढ़ गई है. अब इसपर बीजेपी ने पूछा कि आखिर वह पांच साल में ही सात साल कैसे बड़े हो गए? बता दें, 2019 में हेमंत के नामांकन पत्र में उनकी उम्र 42 साल थी, लेकिन इस साल उनकी उम्र सात साल बढ़कर 49 साल हो गई है.

हेमंत सोरेन की उम्र पर बवाल, बीजेपी ने पूछा- पांच साल में कैसे सात साल बड़े हो गए सीएम
X
( Image Source:  ECI )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Published on: 1 Nov 2024 1:52 PM

देश के दो राज्यों महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा स चुनाव होने वाले हैं. सभी राजनीतिक दल खुद को बेहतर बताने के लिए दूसरे को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ते. अब झारखंड में एक नया विवाद शुरू हो गया है. यह विवाद सीएम हेमंत सोरेन की उम्र को लेकर है. इसपर बीजेपी ने सवाल किया है.

सीएम हेमंत ने बेरहट सीट से नॉमिनेशन फाइल किया है. हेमंत ने जो शपथ पत्र यानी हलफनामा दाखिल किया है, उसके मुताबिक उनकी उम्र पांच साल के अंतराल में ही सात साल बढ़ गई है. अब इसपर बीजेपी ने सवाल उठाया है. बीजेपी ने पूछा कि आखिर वह पांच साल में ही सात साल कैसे बड़े हो गए? बता दें, 2019 में हेमंत सोरेन के नामांकन पत्र में उनकी उम्र 42 साल बताई गई थी, लेकिन इस साल उनकी उम्र सात साल बढ़ाकर 49 साल बताई गई है.

बीजेपी ने क्या लगाया आरोप?

बीजेपी का कहना है कि हेमंत सोरेन ही अपना सही उम्र बता सकते हैं. इस बात में कितनी सच्चाई है. 2019 में उनकी उम्र सही थी या 2024 में जो उम्र दाखिल की है, ये सीएम से ही पूछना पड़ेगा. अगर 2024 में उनकी उम्र सही है तो इसका मतलब है कि उन्होंने 2019 का विधानसभा चुनाव गलत हलफनामे पर जीता था. अगर ऐसा है तो फिर इसका जिम्मेदार कौन है?

यहां देखें चुनावी हलफनामा

बीजेपी नेताओं ने क्या कहा?

इस मामले पर असम के सीएम और झारखंड बीजेपी के सह प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि मैं तो कहता हूं कि हेमंत सोरेन का नामांकन रद्द नहीं होना चाहिए, जनता ही उनको हराएगी. वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन हमेशा ऐसे ही करते हैं. चुनाव आयोग से हमने कहा है कि ये गलत है.

जेएमएम ने दी सफाई

इस आरोप के बाद जेएमएम ने सफाई दी है. जेएमएम नेता मनोज पांडेय ने पलटवार करते हुए कहा कि हमारी पार्टी कुछ नहीं छुपाती है. लगता है बीजेपी हार को देखकर साजिश कर रही है. जब दस्तावेज दिए गए तब रिटर्निंग ऑफिसर भी चुप बैठे थे. हम फर्जी लोग नहीं हैं, बीजेपी के कई नेता दस्तावेज में फर्जी डिग्री डालते हैं. बीजेपी को फर्जीवाड़ा शोभा देती है, जेएमएम को नहीं.

किस सीट से चुनाव लड़ रहे हेमंत

हेमंत सोरेन ने साहेबगंज की बरहेट सीट से पर्चा भरा है. झारखंड में हेमंत सोरेन की पार्टी ही सत्ता में है और वह राज्य के मुख्यमंत्री हैं. इस गठबंधन में कांग्रेस भी शामिल है. इस बार का विधानसभा चुनाव बहुत ही रोचक होने वाला है. बीजेपी ने बरहेट से गमालियल हेम्ब्रम को मैदान में उतारा है. हेम्ब्रम ने 2019 में आजसू पार्टी के टिकट पर बरहेट से चुनाव लड़ा था और 2,573 वोट हासिल किए थे.

Jharkhand News
अगला लेख