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कौन हैं रबींद्रनाथ महतो? दोबारा बनने जा रहे झारखंड विधानसभा के स्पीकर

निवर्तमान स्पीकर रबींद्रनाथ महतो को फिर से झारखंड विधानसभा स्पीकर बनाने पर सहमति बनी. मीडिया से बात करते हुए राधाकृष्ण किशोर ने कहा चार दिवसीय विशेष सत्र में तीन महत्वपूर्ण कार्य पूरे किए जाएंगे. सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा, दूसरा राज्यपाल का अभिभाषण और उस पर चर्चा होगी.

कौन हैं रबींद्रनाथ महतो? दोबारा बनने जा रहे झारखंड विधानसभा के स्पीकर
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( Image Source:  @Rabindranathji )

Jharkhand Assembly New Speaker: झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र 9 दिसंबर से 12 दिसंबर तक चलेगा. सत्र से पहले रणनीति बनाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर बैठकी की गई. इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर समेत अन्य सभी मंत्री शामिल हुए. वहीं स्पीकर के पद पर निर्णय लिया गया.

जानकारी के अनुसार बैठक में निवर्तमान स्पीकर रबींद्रनाथ महतो को फिर से झारखंड विधानसभा स्पीकर बनाने पर सहमति बनी. मीडिया से बात करते हुए राधाकृष्ण किशोर ने कहा चार दिवसीय विशेष सत्र में तीन महत्वपूर्ण कार्य पूरे किए जाएंगे. सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा, दूसरा राज्यपाल का अभिभाषण और उस पर चर्चा होगी.

सीएम सोरेन का बयान

राधा कृष्ण किशोर ने कहा, सोरेन ने कहा, "कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है और हमने तय किया है कि आने वाले समय में राज्य को कैसे बेहतर दिशा दी जा सकती है. इसमें हमने कुछ 15 से 16 बिंदु बनाए हैं. हम राज्य को दिशा देने के लिए एक रूपरेखा तैयार करेंगे." 5 दिसंबर को राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार में कुल 11 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली, जिससे बहुप्रतीक्षित कैबिनेट विस्तार को मंजूरी मिल गई.

कौन है रबींद्रनाथ महतो?

रबींद्रनाथ महतो शिक्षक गोलक बिहारी महतो के बड़े बेटे हैं. उन्होंने एसपी कॉलेज, दुमका से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की है. वे 1990 में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) से जुड़े थे. वे 1995 में झारखंड स्वायत्त परिषद के पार्षद भी रहे. रविंद्र नाथ महतो झारखंड अलग राज्य के आंदोलन में जेल भी गए हैं. रबींद्रनाथ महतो शिबू सोरेन को आदर्श मानकर झारखंड आंदोलन में सक्रिय हुए थे. वे फिर आगे चल कर जेएमएम की राजनीति करने लगे. उन्होंने वर्ष 2005 में नाला से झारखंड विधानसभा के लिए अपना पहला चुनाव जीता. वह 2009 में चुनाव हार गये. 2019 में वे झारखंड विधानसभा के 7वें अध्यक्ष चुने गए.

चुनाव में गठबंधन को मिली जीत

झारखंड विधानसभा चुनाव में जेएमएम गठबंधन ने 56 सीट के साथ शानदार जीत दर्ज की. जेएमएम नीत गठबंधन ने 81 सदस्यीय विधानसभा में 56 सीट जीतीं जबकि बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को महज को सिर्फ 24 सीट मिली थी. बता दें कि 5 दिसंबर को राज्य में जेएमएम के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार में कुल 11 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी.

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