Constitution Day पर मुस्लिम बच्चों के हाथ जोड़कर प्रार्थना करने पर पैरेंट्स का हंगामा, प्रिंसिपल को थाने ले गई पुलिस
स्कूल के प्रिंसिपल मोहम्मद मुस्तकीम ने इस निर्देश का विरोध किया. उन्होंने कहा कि हमारे स्कूल में ज्यादातर बच्चे मुस्लिम समुदाय के हैं. मुस्लिम धर्म में प्रार्थना के समय हाथ जोड़ना उचित नहीं माना जाता, बल्कि हाथ बांधकर या सीधे रखकर खड़े होते हैं.
झारखंड के गोविंदपुर स्थित राजकीय आदर्श मध्य विद्यालय में पिछले गुरुवार को एक छोटी-सी बात को लेकर बहुत बड़ा विवाद हो गया. मामला स्कूल की सुबह की प्रार्थना सभा का था, जिसमें बच्चों से हाथ जोड़कर प्रार्थना करने के लिए कहा गया था. कुछ मुस्लिम अभिभावकों को यह बात पसंद नहीं आई और वे इसका विरोध करने लगे. 26 नवंबर को देश भर में संविधान दिवस मनाया जा रहा था. इसी मौके पर स्कूल में बच्चों को इकट्ठा करके शिक्षकों ने भारतीय संविधान के बारे में जानकारी दी.
कार्यक्रम के अंत में रोज की तरह प्रार्थना सभा हुई. प्रार्थना के समय कुछ बच्चे हाथ जोड़कर खड़े थे, तो कुछ बच्चे हाथ बांधकर (यानी सीधे हाथ नीचे की तरफ) खड़े थे. तब वहां मौजूद एक बीएड ट्रेनी टीचर ने सभी बच्चों से एक ही तरीके से (हाथ जोड़कर) खड़े होने को कहा. उनका कहना था कि कार्यक्रम की फोटो जिला शिक्षा विभाग को भेजनी होती है, इसलिए सबकी मुद्रा एक समान दिखनी चाहिए.
प्रिंसिपल ने क्यों रोका?
स्कूल के प्रिंसिपल मोहम्मद मुस्तकीम ने इस निर्देश का विरोध किया. उन्होंने कहा कि हमारे स्कूल में ज्यादातर बच्चे मुस्लिम समुदाय के हैं. मुस्लिम धर्म में प्रार्थना के समय हाथ जोड़ना उचित नहीं माना जाता, बल्कि हाथ बांधकर या सीधे रखकर खड़े होते हैं. अगर सबको जबरदस्ती हाथ जोड़ने को कहा गया तो अभिभावक नाराज हो सकते हैं और बड़ा विवाद हो सकता है. फिर सभी शिक्षकों ने आपस में बात करके फैसला किया कि बच्चे जैसा चाहें, वैसी मुद्रा में प्रार्थना कर सकते हैं कोई हाथ जोड़कर, कोई हाथ बांधकर. उस दिन (बुधवार को) मामला शांतिपूर्वक खत्म हो गया.
अगले दिन हंगामा क्यों हुआ?
अगले दिन यानी गुरुवार को खबर नहीं पता कैसे फैल गई। कई मुस्लिम अभिभावक गुस्से में स्कूल पहुंच गए और चिल्लाने-हंगामा करने लगे. उनका कहना था कि स्कूल में बच्चों से जबरदस्ती हिंदू तरीके से (हाथ जोड़कर) प्रार्थना कराई जा रही है. हंगामा इतना बढ़ गया कि स्कूल के दूसरे समुदाय (हिंदू) के टीचर्स डर गए. किसी ने पुलिस को फोन कर दिया पुलिस तुरंत स्कूल पहुंची और प्रिंसिपल मोहम्मद मुस्तकीम को पूछताछ के लिए थाने ले गई. उन्हें थाने में लगभग साढ़े पांच घंटे तक रखा गया, फिर छोड़ दिया गया.
दूसरी तरफ हिंदू पेरेंट्स भी नाराज
जब यह बात इलाके में फैली तो आस-पास के हिंदू पेरेंट्स में बहुत गुस्सा हो गया. उनका कहना था कि सिर्फ हाथ जोड़ने की बात पर इतना हंगामा करना और प्रिंसिपल का पुलिस द्वारा थाने ले जाना गलत है. वे लोग अब मोहम्मद मुस्तकीम का तबादला (ट्रांसफर) करने की मांग कर रहे हैं.
शिक्षा विभाग ने क्या किया?
सूचना मिलते ही प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (बीईईओ) विनोद कुमार पांडेय खुद स्कूल पहुंचे और सारे शिक्षकों-कर्मचारियों से पूरी घटना की जानकारी ली. उसके बाद उन्होंने एक विस्तृत जांच रिपोर्ट बनाकर जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) और जिला शिक्षा अधीक्षक (डीएसई) को भेज दी है. रिपोर्ट में पूरे मामले की गहराई से जांच करके उचित कार्रवाई करने की मांग की गई है. फिलहाल स्कूल में तनाव बना हुआ है और दोनों समुदायों के लोग अपने-अपने पक्ष में हैं. अब आगे की कार्रवाई जिला शिक्षा विभाग को करनी है.





