कोडरमा सदर अस्पताल की लापरवाही! डिलीवरी के 3 महीने बाद पेट में मिला कपड़ा, एक गलती ने छीन लिया दोबारा मां बनने का सपना
झारखंड के कोडरमा सदर अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही के चलते एक महिला का दोबारा मां बनने का सपना टूट गया. दरअसल सिजेरियन के दौरान महिला के पेट में गॉज छूट गया, जिसका पता डिलीवरी के 3 महीने बाद चला. हालांकि, इस कपड़े को निकाल दिया गया है.
झारखंड के कोडरमा से एक ऐसी दर्दनाक कहानी सामने आई है जिसने न सिर्फ एक परिवार की खुशियों को तबाह कर दिया, बल्कि सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही पर बड़े सवाल भी खड़े कर दिए हैं. राजधनवार की एक महिला का दर्द तीन महीने बाद तब सामने आया जब डिलीवरी के दौरान हुए सिजेरियन ऑपरेशन में डॉक्टर की लापरवाही से उसके पेट में सर्जिकल गॉज छूट गया.
तेज़ दर्द और लगातार बिगड़ती हालत के बाद जब अल्ट्रासाउंड करवाया गया, तो सच्चाई किसी सदमे से कम नहीं थी. इस एक गलती ने न केवल उसके जीवन को खतरे में डाल दिया, बल्कि दोबारा मां बनने का सपना भी हमेशा के लिए छीन लिया. परिवार अब आर्थिक कर्ज, टूटते हौसलों और इंसाफ की उम्मीद के बीच जंग लड़ रहा है.
डिलीवरी के लिए महिला को कराया गया भर्ती
दरअसल खुशबू कुमारी को बच्चा होने वाला था. ऐसे में महिला को कोडरमा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टर अब्दुल रहमान ने उनका सिजेरियन ऑपरेशन किया और एक हेल्दी बच्चे के जन्म के साथ परिवार की खुशी चरम पर थी. सब कुछ सामान्य लग रहा था, और कुछ दिनों बाद परिवार घर लौट आया. लेकिन यह खुशी कुछ ही समय की साबित हुई.
सिजेयरिन के दौरान पेट में रह गया कपड़ा
तीन महीने बाद अक्टूबर में खुशबू को अचानक तेज पेट दर्द होने लगा. दर्द इतना बढ़ गया कि परिवार उन्हें गया ले गया, जहां डॉक्टर की सलाह पर अल्ट्रासाउंड कराया गया. रिपोर्ट देखते ही सभी के होश उड़ गए. खुशबू के पेट में ऑपरेशन के दौरान इस्तेमाल किया गया सर्जिकल गॉज ही छूट गया था.
खेत बेचकर करवाया ऑपरेशन, अब नहीं बन पाएगी मां
स्थिति गंभीर थी. डॉक्टरों का कहना था कि अगर तुरंत ऑपरेशन नहीं किया गया, तो खुशबू की जान खतरे में पड़ सकती है. संजय कुमार के पास इतने पैसे नहीं थे. मजबूरी में उन्होंने अपना खेत बेच दिया और कर्ज लेकर ऑपरेशन करवाया. सर्जरी में पेट से गॉज निकलते ही साफ हो गया कि यह मामला किसी साधारण गलती का नहीं, बल्कि गंभीर लापरवाही का था. खुशबू की जान तो बच गई, लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि इस संक्रमण और नुकसान की वजह से वह अब कभी मां नहीं बन पाएंगी. यह सुनकर संजय और खुशबू दोनों पूरी तरह टूट गए. एक पल में उनका भविष्य बदल गया.
अस्पताल प्रशासन ने कही ये बात
खुशबू कुमारी के पति संजय कुमार का कहना है कि उनकी पत्नी के साथ हुई इस गंभीर लापरवाही के लिए डॉक्टर अब्दुल रहमान पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. साथ ही वे चाहते हैं कि सरकार परिवार की आर्थिक मदद करे, क्योंकि इलाज पर आए भारी खर्च ने उन्हें कर्ज में डूबो दिया है. उधर, कोडरमा सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि अब तक उनके पास इस मामले से जुड़ा कोई आधिकारिक आवेदन नहीं पहुंचा है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि लिखित शिकायत मिलते ही पूरे मामले की जांच कराई जाएगी. हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया कि बिना जांच किसी निष्कर्ष पर पहुंचना और अस्पताल की छवि को नुकसान पहुंचाना सही नहीं है.





