कंपनी के जानता था राज, पूर्व कर्मी ने बनाया प्लान और अकाउंटेंट से लूट लिए 13 लाख; शूट कर हुआ फरार
झारखंड के रांची में कुछ अपराधियों ने दिनदहाड़े लूट को अंजाम दिया है. जानकारी के अनुसार कुछ अपराधियों ने ITC कंपनी के एक अकाउंटेंट से 13 लाख रुपये की लूट को अंजाम दिया और मौके से फरार हो गए. अपराधियों ने इस दौरान अकाउंटेंट पर गोली भी चलाई और मौके से फरार हो गए.

झारखंड के रांचि में ओटीसी ग्राउंड के नजदीक ही ITC कंपनी का अकाउंटेंट सुमित ICICI बैंक में पैसा जमा करने के लिए पहुंचा था. लेकिन उससे पहले ही कुछ बाइक सवार अपराधियों ने सुमित से करीब 13 लाख रुपयों की लूट की इतना ही नहीं उसके पास से पैसों से भरा बैग लेकर भाग गए. हालांकि लूटपाट के दौरान सुमित ने अपराधियों को पकड़ने की कोशिश भी की थी. लेकिन उस समय उन्होंने अकाउंटेंट के पेट में गोली मार दी और मौके से फरार हो गए.
इस मामले पर ताजा जानकारी सामने आई है. दरअसल पुलिस ने कंपनी के अकाउंटेंट से 13 लाख रुपये लूटने के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बताया गया कि यही तीनों हत्या मामले में शामिल थे.
कौन है पैसे लूटने वाला अपराधी?
हैरानी की बात ये सामने आई कि पैसों की लूट करने वाला अपराधी भी उसी कंपनी में काम करता था. उसे अच्छी तरह मालूम था कि सुमित ही कंपनी के पैसों को जमा करवाने के लिए बैंक जाता है. सब जानकारी होने के कारण कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी ने सुमित को लूटने का प्लान बनाया और जिस समय सुमित पैसे जमा करवाने ओटीसी ग्राउंड पहुंचा उसने अपने साथियों के साथ इस लूट को अंजाम दिया.
13 लाख लूटकर हुआ मौके से फरार
बता दें कि सुमित के इंतजार में ही अपराधी अपने दोस्तों के साथ पहले से ही मौजूद था. वहीं हथियारों के बल पर उन्होंने सुमित को लूटा और मौके से फरार हो गया. आपको बता दें कि कंपनी ने कुछ ही समय पहले अपराधी पर डिसिप्लिनरी एक्शन लेते हुए उसे निकाल दिया गया था. उस समय उसके खिलाफ FIR दर्ज कराई गई थी. पुलिस ने उसे पड़ोस के राज्य में अपराध के आरोप में जेल भेजा था.
वहीं उसे पुलिस ने उसे कुछ ही समय के बाद जेल से आजाद किया था. लेकिन इसके बाद भी वो नहीं सुधरा और दिनदहाड़े लूट को अंजाम देता रहा. वहीं गिरफ्तार हुए आरोपियों की पहचान पंडरा व रातू के ही रहने वालों के रूप में हुई है. पुलिस अब उनसे गोली मारने वाले आरोपी की पहचान निकलवाने में जुटी हुई है. ऐसा इसलिए क्योंकी अब तक पुलिस ने शूटर को गिरफ्तार नहीं किया है.
कैसे मिले हथियार?
वहीं इस दौरान पूछताछ में पुलिस को हमले में इस्तेमाल हुए हथियारों की जानकारी मिल चुकी है. अपराधियों ने कहा कि लुटेरों की गैंग ने रामगढ़ के एक गैंग से मदद मांगी थी. उसी गैंग ने इन्हें हथियार उपलब्ध कराने में मदद की थी. पूछताछ के दौरान ये जानकारी भी सामने आई कि लूटपाट की तैयारी जेल से ही की जा रही थी. पहले रेकी की गई फिर घटना को अंजाम दिया गया. अपराधियों ने प्लान कर रखा था कि किस रास्ते से हत्या कर भागा जाएगा.