पुल से नदी में गिरा टैंकर, 4 घंटे तक मौत के मुंह में झूलता रहा ट्रक ड्राइवर, फिर ऐसे बची जान
गिरिडीह-डुमरी के बीच स्थित बराकर नदी के पुल पर एक बड़ा हादसा उस वक्त हो गया, जब एक टैंकर पुल की रेलिंग तोड़ते हुए सीधे नीचे नदी में जा गिरा. लगभग 40 फीट की ऊंचाई से गिरने के बाद भी ड्राइवर ने हिम्मत और समझदारी दिखाई और 4 घंटे के रेस्क्यू के बाद उसकी जान बच गई.

मंगलवार की रात करीब 1 बजे झारखंड के गिरिडीह में एक हादसा हुआ, जहां अकील नवाज खाना नाम का एक ट्रक ड्राइवर गोड्डा जिले से पाइप लादे टैंकर लेकर लौट रहा था. लेकिन जैसे ही उनका टैंकर एक नदी पर बने पुल के पास पहुंचा, अचानक टायर फिसल गया. बारिश से सड़क फिसलन भरी हो चुकी थी और पल भर में टैंकर पुल की रेलिंग तोड़ता हुआ नदी में जा गिरा.
टैंकर का एक हिस्सा तेज़ बहाव वाली नदी में डूब गया. लेकिन अकील नवाज ने हिम्मत नहीं हारी. वो किसी तरह ड्राइवर की सीट से बाहर निकला और डूबते टैंकर के एक टायर पर चढ़ गया. इसके बाद शुरू हुई असली जद्दोजहद.
राहगिर बना मददगार
रात का समय था. अकील ने पूरी ताकत से मदद के लिए चिल्लाना शुरू किया. किस्मत से नदी किनारे एक व्यक्ति खड़ा था, जिसने उनकी आवाज सुनी. अंधेरा घना था, इसलिए उस शख्स ने अपनी टॉर्च जलाई. उसी समय अकील ने भी अपने पास की टॉर्च जलाई और दोनों की रोशनी मिलते ही उम्मीद की लौ जल उठी.
चार घंटे की जंग और ज़िंदगी की जीत
रात के करीब 2 बजे उस राहगीर ने पुलिस को फोन किया. लेकिन तेज़ बहाव और अंधेरा रेस्क्यू को और भी कठिन बना रहा था. इस मामले में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 'नदी की धार तेज़ थी. इसलिए उसे बचाना आसान नहीं था. दो घंटे की कोशिश के बाद लाइफ़गार्ड टीम को बुलाना पड़ा. लगभग चार घंटे तक नदी में फंसे रहने के बाद आखिरकार अकील को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
अकील को आई मामूली चोटें
हिम्मत, होश और थोड़ी किस्मत ने अकील की जान बचा ली. इस मामले में पीड़ित ने बताया कि 'बारिश की वजह से सड़क गीली थी, इसी कारण टायर फिसल गया. हालांकि, अकील के शरीर पर मामूली चोटें आईं, लेकिन वह पूरी तरह सुरक्षित है.