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झारखंड में मंत्रिमंडल बंटवारे का क्या है 5-पर-1 फार्मूला? INDIA गठबंधन में ऐसे बनेगी बात

झारखंड में मंत्रालयों के बंटवारे के लिए 5-पर-1 फार्मूले का प्रस्ताव दिया गया है. इस फॉर्मूले के हिसाब से पांच विधायकों पर एक मंत्री बनाया जाएगा. इस तरह 56 विधायकों के लिए कुल 11 मंत्री होंगे. सूत्रों के हवाले से पता चला कि सभी नामों पर चर्चा के बाद गठबंधन में शामिल पार्टियों से विचार-विमर्श करके सीएम सोरेन घोषणा करेंगे.

झारखंड में मंत्रिमंडल बंटवारे का क्या है 5-पर-1 फार्मूला? INDIA गठबंधन में ऐसे बनेगी बात
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( Image Source:  @HemantSorenJMM )

Jharkhand Cabinet Expansion: झारखंड विधानसभा में जेएमएम पार्टी को जीत हासिल हुई. हाल में हेमंत सोरेन ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. अब मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा की जा रही है. मंत्रालयों के बंटवारे के लिए 5-पर-1 फार्मूले का प्रस्ताव दिया गया है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस फॉर्मूले के हिसाब से पांच विधायकों पर एक मंत्री बनाया जाएगा. इस तरह 56 विधायकों के लिए कुल 11 मंत्री होंगे. सूत्रों के हवाले से पता चला कि सभी नामों पर चर्चा के बाद गठबंधन में शामिल पार्टियों से विचार-विमर्श करके सीएम सोरेन घोषणा करेंगे.

फॉर्मूले से होगा मंत्रालय का बंटवारा

जेएमएम नेता मनोज पांडेय ने शनिवार मंत्रालय के बंटवारे के बारे में अहम जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बैठक में "पांच-पर-एक फॉर्मूले पर चर्चा हुई है, यानी पांच विधायकों पर एक मंत्री. ऐसे में हमारे मंत्रियों की संख्या बढ़ेगी. एक कैबिनेट बढ़ेगी. पांडेय ने कहा, हमारे पास 34 विधायक हैं. कुल मिलाकर 56 विधायक हैं. अगर 11 मंत्रियों को गुणा करें तो 55 विधायक होंगे. कैबिनेट को अंतिम रूप देने के लिए यह एक अच्छा तरीका होगा." यह फॉर्मूला आनुपातिक प्रतिनिधित्व के अनुरूप है और गठबंधन की मांगों को पूरा करने में मदद करता है. अंतिम निर्णय हेमंत सोरेन और इंडिया अलायंस के नेताओं द्वारा लिया जाएगा."

क्या बोली कांग्रेस?

मनोज पांडेय ने कहा कि गठबंधन में एक प्रमुख सहयोगी कांग्रेस ने कथित तौर पर "संतुलित और संयमित" रुख अपनाया है. उन्होंने कहा, "कांग्रेस भी बहुत संतुलित और संयमित है. जो भी निष्कर्ष निकलेगा, वह सर्वसम्मति से होगा." बता दें कि हेमंत सोरेन ने 28 नवंबर को सीएम पद की शपथ ली थी. समारोह के दो दिन बाद भी उन्होंने अपने मंत्रिमंडल को अंतिम रूप नहीं दिया है. शपथ लेने वाले सोरेन अकेले व्यक्ति थे, क्योंकि सहयोगी दल मंत्री पद पर आम सहमति नहीं बन पाई थी.

आपको बता दें कि गठबंधन के पास 56 विधायक हैं. जिनमें जेएमएम (34) कांग्रेस (16), आरजेडी (4) विधायक और सीपीआई (एमएल) (एल) के पास दो विधायक हैं. कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप ने आज कहा कि पार्टी और सरकार की जिम्मेवारी जो भी मिलेगी, उसे निभाऊंगा. पार्टी का काम है कि ये देखें कि किसे, कौन सा दायित्व दें ताकि पार्टी मजबूत हो.

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