कांग्रेस को चुनाव में वोट प्रतिशत घटने का सता रहा डर, कहा- चुनाव आते ही रामरहीम को क्यों मिल जाती है पैरोल?
गुरमीत राम रहीम 20 दिन की पैरोल मिलने के बाद जेल से बाहर आ गया है। चुनाव आयोग ने गुरमीत राम रहीम के पैरोल अनुरोध को मंजूरी दे दी थी। आयोग की मंजूरी के बाद हरियाणा सरकार ने उसकी रिहाई का आदेश तुरंत जारी कर दिया था। अब कांग्रेस पार्टी ने इस पैरोल के आदेश पर आपत्ति जताई है।

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख और रेप केस में सजा काट रहा गुरमीत राम रहीम 20 दिन की पैरोल मिलने के बाद जेल से बाहर आ गया है। चुनाव आयोग ने गुरमीत राम रहीम के पैरोल अनुरोध को मंजूरी दे दी थी। आयोग की मंजूरी के बाद हरियाणा सरकार ने उसकी रिहाई का आदेश तुरंत जारी कर दिया था। राम रहीम पिछले चार सालों में दर्जनों बार पैरोल पर जेल से बाहर आया है। वह दो नाबालिगों के साथ बलात्कार मामले में 20 साल की जेल की सजा काट रहा है।
अब हर किसी के जेहन में यही सवाल है कि आखिर चुनावी मौसम में राम रहीम इतनी आसानी से बाहर कैसे आ जाता है। दरअसल राम रहीम को पिछली बार भी पैरोल चुनाव के समय ही मिली थी। इस पैरोल के चलते उसपर कई आरोप भी लगे कि सत्तारूढ़ BJP ने सत्ता विरोधी भावनाओं का मुकाबला करने के लिए मतदाताओं के एक बड़े आधार पर उनके प्रभाव का फायदा उठाने की कोशिश की। क्योंकि हरियाणा और पंजाब में उसका काफी प्रभाव माना जाता है, जिससे राम रहीम के समर्थन ने ऐतिहासिक रूप से BJP को फायदा भी पहुंचाया।
वहीं डेरा प्रमुख अगस्त के 2017 से रोहतक की सुनारिया जेल में सजा काट रहा है। इस बार मिली रिहाई में जो शर्तें रखी गई है उसके मुताबिक पैरोल के दौरान गुरमीत राम रहीम को हरियाणा में प्रवेश करने की इजाजत नहीं है। वो व्यक्तिगत रूप से या सोशल मीडिया के जरिए किसी भी चुनाव संबंधी गतिविधियों में भाग नहीं ले सकता है। इसके अलावा भी उसके ऊपर कई प्रतिबंध लगाए गए हैं।
कांग्रेस ने जताई आपत्ति
कांग्रेस ने राम रहीम को मिले पैरोल को लेकर आपत्ति जताई और चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा कि इस समय राम रहीम को परोल देना उचित नहीं है। हरियाणा विधानसभा चुनाव पर इसका असर पड़ सकता है। दरअसल, हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में डेरा सच्चा सौदा ने बीजेपी का समर्थन करने का ऐलान किया था। इतना ही नहीं, डेरा सच्चा सौदा ने 15 सदस्यीय कमेटी को चुनाव ड्यूटी के लिए नियुक्त किया था। डेरा का प्रभाव पंजाब-हरियाणा सीमा से सटे जिलों जैसे सिरसा, कुरूक्षेत्र, कैथल में है। पंजाब और हरियाणा के जिलों को बड़ा वोट बैंक माना जाता रहा है।
राम रहीम को कब-कब मिला पैरोल-फरलो
- 24 अक्टूबर 2020 को एक दिन की पैरोल मिली, अस्पताल में भर्ती मां से मिलने गया
- 21 मई 2021 को 12 घंटे की पैरोल दी गई, मां से मिलने के लिए दूसरी बार अस्पताल गया
- 7 फरवरी 2022 को 21 दिन की परिवार से मिलने के लिए फरलो मिली
- 17 जून 2022 को 30 दिन की पैरोल मिली, यूपी के बागपत आश्रम भेजा गया
- 14 अक्टूबर 2022 को 40 दिन की लिए पैरोल मिली
- 21 जनवरी 2023 को शाह सतनाम सिंह की जयंती में शामिल होने के लिए 40 दिन की पैरोल मिली
- 20 जुलाई 2023 को 30 दिन की पैरोल पर जेल से आया बाहर
- 21 नवंबर 2023 को 21 दिन की मिली फरलो
- 19 जनवरी 2024 को 50 दिनों के लिए पैरोल पर जेल से बाहर आया जब लोकसभा चुनाव करीब आए थे
- 13 अगस्त 2024 को 21 दिन की फरलो को मंजूरी मिली, अब हरियाणा विधानसभा चुनाव नजदीक था