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Sunil Sangwan: पूर्व जेल अधिकारी बने BJP विधायक, राम रहीम को दिया था 6 बार पैरोल, आखिर क्या है कनेक्शन?

Sunil Sangwan: हरियाणा के रोहतक की जेल में 20 साल की सजा काट रहे बलात्कार के दोषी राम रहीम को पिछले महीने 21 दिन की छुट्टी दी गई थी. पिछले दो सालों में ये 10वीं बार है, जब वह जेल से बाहर पैरोल पर निकले हैं. भाजपा के नए विधायक सुनील सांगवान के रहते वह 6 बार जेल से बाहर आए थे.

Sunil Sangwan: पूर्व जेल अधिकारी बने BJP विधायक, राम रहीम को दिया था 6 बार पैरोल, आखिर क्या है कनेक्शन?
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( Image Source:  fb/sunilsatpalsangwan )
सचिन सिंह
Edited By: सचिन सिंह

Updated on: 18 Dec 2025 2:28 PM IST

Sunil Sangwan: हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीतकर आया एक ऐसा शख्स, जो उम्मीदवार बनने के बाद से ही सुर्खियों में है. ये कोई और नहीं बल्कि हरियाणा के पूर्व जेल अधिकारी सुनील सांगवान (Sunil Sangwan) हैं, जिनके पद पर रहते हुए डेरा सच्चा सौदा प्रमुख और बलात्कार के दोषी गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) को छह बार पैरोल दी गई थी. सुनील सांगवान हरियाणा के दादरी से अपनी जीत दर्ज की है. उन्होंने कांग्रेस की मनीषा सांगवान को 1,957 मतों के अंतर से हराया.

अब सवाल यहां ये उठाए जा रहे हैं कि आखिर पूर्व जेल अधिकारी का राजनीति में आना और अपनी जीत हासिल करना, महज एक संयोग है या फिर राजनीति का हिस्सा है, क्योंकि राम रहीम के बारे में कहा जाता है कि हरियाणा के कई सीटों पर उनका सीधा प्रभाव है. यही कारण है कि उनके हरियाणा विधानसभा चुनाव के समय जेल से बाहर पैरोल पर निकलने पर राजनीतिक गलियारों में सरगर्मी तेज हो गई थी. राजनीति दिग्गजों का मानना था कि उनके बाहर आने से राजनीतिक दलों को फायदा मिलेगा.

राम रहीम का चुनावी कनेक्शन

राम रहीम को पिछले महीने 21 दिन की छुट्टी दी गई थी. पिछले दो सालों में ये 10वीं बार है, जब वह जेल से बाहर पैरोल पर निकले हैं. कांग्रेस ने उनके पैरोल पर आपत्ति जताते हुए चुनाव आयोग से कहा था कि चुनाव के दौरान उनकी रिहाई आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होगा. रहीम को हरियाणा के रोहतक की जेल में 20 साल की सजा काटनी है.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, राम रहीम को हरियाणा में वोटिंग से तीन दिन पहले 2 अक्टूबर को रिहा किया गया था, जिसके बाद मीडिया में खबर आई कि छह जिलों में फैले उनके अनुयायियों को भाजपा को वोट देने के लिए कहा जा रहा है. दादरी में भाजपा उम्मीदवारों की जीत उन 48 सीटों में से एक थी, जिसने पार्टी को मंगलवार शाम को रोमांचक वापसी करते हुए हरियाणा में लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव जीतने में सक्षम बनाया.

दादरी सीट पर बीजेपी की पहली जीत

हरियाणा के दादरी में भाजपा की ये पहली जीत है. 2014 में यह सीट निर्दलीय उम्मीदवार सोमवीर सांगवान ने जीती थी और 2009 के चुनाव में इंडियन नेशनल लोकदल के राजदीप फोगाट ने इस सीट पर जीत हासिल की थी.

हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 48 सीटें जीत हासिल कर ली. कांग्रेस अपनी अंदरूनी कलह से हिल गई और 37 सीटों पर सिमट गई. कांग्रेस सीएम पद को लेकर लगातार तनातनी दिख रही थी. भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा के बीच टिकट बंटवारे और पार्टी के जीतने पर मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसे लेकर मतभेद साफ तौर पर मीडिया में भी दिखाई देने लगी थी.

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