कौन हैं तरविंदर सिंह मारवाह जिन्होंने मनीष सिसौदिया को दी मात?
तरविंदर सिंह मारवाह एक अनुभवी भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो भाजपा के सदस्य हैं. वे दिल्ली की जंगपुरा विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रह चुके हैं और शीला दीक्षित के संसदीय सचिव भी रहे हैं. 2022 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा जॉइन की. उनका दावा है कि आम आदमी पार्टी ने क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं किया.

दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनती दिख रही है. हाल ही आए नतीजों में जंगपुरा से आप उम्मीदवार मनीष सिसौदिया के खिलाफ तरविंदर सिंह मारवाह ने जीत दर्ज कर ली है. जीत भाजपा के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि जंगपुरा सीट पर AAP का प्रभाव मजबूत था. तरविंदर सिंह मारवाह की जीत से भाजपा को दिल्ली विधानसभा में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी.
अब इस हार के बाद मनीष सिसौदिया ने हार स्वीकार कर ली है और उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने अच्छी लड़ाई लड़ी, हम सभी ने कड़ी मेहनत की. मैं 600 वोटों से हार गया, मैं जीतने वाले उम्मीदवार को बधाई देता हूं. मुझे उम्मीद है कि वह क्षेत्र के लिए काम करेंगे. आइये आपको बताते हैं कि आखिर मनीष सिसौदिया को हारने वाले तरविंदर सिंह मारवाह कौन हैं?
शीला दीक्षित के समय थे संसदीय सचिव
तरविंदर सिंह मारवाह एक अनुभवी भारतीय राजनीतिज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जो वर्तमान में बीजेपी के सदस्य हैं. उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की थी और दिल्ली की जंगपुरा विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रहे हैं. इसके अलावा, वे दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के संसदीय सचिव भी रहे हैं. जुलाई 2022 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था.
कितने पढ़ें हैं मारवाह?
मारवाह दिल्ली भाजपा सिख प्रकोष्ठ के प्रभारी भी हैं और केंद्रीय गुरु सिंह सभा (KGSS) के प्रधान के रूप में भी कार्य कर चुके हैं. शिक्षा के मामले में, तरविंदर सिंह मारवाह ने दिल्ली विश्वविद्यालय के पीजीडीएवी कॉलेज में दाखिला लिया था, लेकिन पहले वर्ष में ही उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी. उन्होंने 12वीं कक्षा तक की शिक्षा प्राप्त की है.
कितनी है संपत्ति?
चुनावी हलफनामे के अनुसार, तरविंदर सिंह मारवाह की कुल संपत्ति 42 करोड़ रुपये है, जबकि उनकी देनदारियां 9 करोड़ 73 लाख रुपये हैं. 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें जंगपुरा सीट से उम्मीदवार बनाया है. मारवाह ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया कि पिछले 12 वर्षों में क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं किया गया, और उन्होंने भाजपा की जीत का दावा किया.