सावरकर पर DU कॉलेज का नाम रखने से बवाल, NSUI ने लिखा पीएम मोदी को खत; BJP क्या बोली?
दिल्ली यूनिवर्सिटी के एक कॉलेज का नाम वीर सावरकर पर रखने को लेकर विवाद पैदा हो गया है. कांग्रेस ने कहा कि सावरकर की जगह किसी स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर कॉलेज का नाम होना चाहिए था, वहीं कांग्रेस की ही छात्र विंग एनएसयूआई ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर मांग की है कि कॉलेज का नाम पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के नाम पर रखा जाना चाहिए. पढ़ें पूरी खबर...

Veer Savarkar Controversy: प्रधानमंत्री नरेंद्र 3 जनवरी को दिल्ली यूनिवर्सिटी के दो नए परिसरों का शिलान्यास कर सकते हैं. इन परिसरों का नाम वीर सावरकर और सुषमा स्वराज पर रखा जाएगा. सावरकर पर कॉलेज का नाम रखने पर राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस ने इस पर निशाना साधा है. वहीं, उसकी छात्र विंग NSUI ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कॉलेज का नाम पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनोहन सिंह पर करने की मांग की है.
सावरकर के नाम पर कॉलेज पश्चिमी दिल्ली के नजफगढ़ परिसर में बनाया जाएगा. वहीं बीजेपी नेता सुषमा स्वराज के नाम पर कॉलेज डीयू के पूर्वी दिल्ली स्थित फतेहपुर बेरी परिसर में स्थापित किया जाएगा.
कांग्रेस ने उठाए सवाल
कांग्रेस सांसद डॉक्टर सैयद नसीर हुसैन ने कहा कि अगर कॉलेज का नाम देश की संप्रभुता और स्वतंत्रता के लिए अपना बलिदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों में से किसी के नाम पर रखा जाता तो यह उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होती. उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास कोई नेता या आदर्श नहीं हैं. इसलिए वे उन लोगों को बढ़ावा दे रहे हैं , जिन्होंने ब्रिटिश हुकूमत का समर्थन किया था.
बीजेपी ने किया पलटवार
इस पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि महान व्यक्तियों का अपमान करना कांग्रेस की पहचान बन गई है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अपने सांसद के जरिए वीर सावरकर का अपमान किया है.
NSUI ने लिखा पत्र
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने पीएम मोदी के नाम पर कॉलेज का नाम रखने की मांग की है. उन्होंने कहा कि परिसर का नाम डॉ मनमोहन सिंह के सम्मान में रखा जाना चाहिए. उनकी शैक्षणिक उत्कृष्टता और भारत के लिए योगदान बेजोड़ है.
600 करोड़ की परियोजनाओं की पीएम रखेंगे आधारशिला
बता दें कि पीएम मोदी 3 जनवरी को डीयू में 600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली तीन नई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे. इनमें पूर्वी दिल्ली के सूरजमल विहार के पूर्वी परिसर में एक अकादमिक ब्लॉक, द्वारका के पश्चिमी परिसर में एक अकादमिक ब्लॉक और नजफगढ़ के रोशनपुरा में वीर सावरकर कॉलेज का भवन शामिल है.
2021 में प्रस्ताव को मिली मंजूरी
डीयू के दोनों कॉलेजों का नाम वीर सावरकर और सुषमा स्वराज के नाम पर रखने के प्रस्ताव को 2021 में कार्यकारी परिषद की बैठक में मंजूरी दी गई थी. इस बैठक के दौरान कुलपति योगेश सिंह ने घोषणा की थी कि स्वराज और सावरकर के नामों को विचार के लिए अंतिम रूप दिया गया है. एक क अधिकारी ने बताया कि विश्वविद्यालय को दो कॉलेजों की स्थापना के लिए पश्चिमी दिल्ली के नजफगढ़ और पूर्वी दिल्ली के फतेहपुर बेरी में जमीन आवंटित की गई है. फतेहपुर बेरी में लड़कियों का कॉलेज बनाया जाएगा, जिसका नाम सुषमा स्वराज के नाम पर रखा जाएगा. हम दोनों परिसरों के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री को बुलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.
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पूर्व कार्यवाहक कुलपति पीसी जोशी ने 'इंडियन एक्सप्रेस' को बताया कि मेरे कार्यकाल के दौरान कार्यकारी परिषद में कई नाम सामने आए थे, जिसमें स्वामी विवेकानंद, भाजपा नेता सुषमा स्वराज और अरुण जेटली के साथ सावरकर का भी नाम था, लेकिन अंतिम रूप नहीं दिया जा सका. हम फतेहपुर बेरी और नजफगढ़ में कॉलेज बनाना चाहते थे, लेकिन फंड की कमी का सामना कर रहे थे. हमने आवंटित भूमि पर सीमाएं बनाईं और सुविधा केंद्र भी स्थापित किए. विचार यह था कि इन सुविधा केंद्रों में विश्वविद्यालय के अधिकारियों को तैनात किया जाए और आस-पास के क्षेत्रों के छात्रों को आवश्यक दस्तावेज और कागजी कार्रवाई उपलब्ध कराने में मदद की जाए, ताकि उन्हें डीयू आने की जरूरत न पड़े.
मौजूदा समय में डीयू के दो परिसर 'उत्तर और दक्षिण' हैं. डीयू ने कुछ साल पहले विस्तार योजनाओं की घोषणा की थी, जिसमें अधिक पाठ्यक्रम और कानून के लिए एक केंद्र शुरू करने के लिए पूर्वी और पश्चिमी दिल्ली परिसरों के निर्माण की परिकल्पना की गई थी. जनवरी 2024 में कुलपति योगेश सिंह ने परियोजनाओं के लिए 1,633.6 करोड़ रुपये के अनुमानित आवंटन के साथ बुनियादी ढांचे के विकास के लिए एक व्यापक योजना की रूपरेखा तैयार की थी. उन्होंने कहा था कि पूर्वी दिल्ली परिसर के 2026 तक तैयार होने की उम्मीद है.
दिल्ली को मिलेगी विकास परियोजनाओं की सौगात
इस दौरान प्रधानमंत्री अशोक विहार में झुग्गी बस्तियों के लोगों के लिए 1,675 नवनिर्मित फ्लैटों का उद्घाटन करेंगे और पात्र लाभार्थियों को स्वाभिमान अपार्टमेंट की चाबियां भी सौंपेंगे. दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) द्वारा दूसरी सफल इन-सीटू स्लम पुनर्वास परियोजना को पूरा किया जाएगा. इस परियोजना का उद्देश्य दिल्ली में झुग्गी बस्तियों के लोगों को उचित सुख-सुविधाओं से सुसज्जित बेहतर और स्वस्थ परिवेश प्रदान करना है.
पीएम मोदी दो शहरी पुनर्विकास परियोजनाओं-नौरोजी नगर में विश्व व्यापार केंद्र (डब्ल्यूटीसी) और सरोजिनी नगर में जनरल पूल आवासीय आवास (जीपीआरए) टाइप-II क्वार्टर का भी उद्घाटन करेंगे. प्रधानमंत्री द्वारका में 300 करोड़ की लागत से बने सीबीएसई के एकीकृत कार्यालय परिसर का भी उद्घाटन करेंगे. इसमें कार्यालय, ऑडिटोरियम, उन्नत डेटा सेंटर और व्यापक जल प्रबंधन प्रणाली आदि शामिल हैं. पर्यावरण के अनुकूल इस इमारत का निर्माण उच्च पर्यावरणीय मानकों के अनुसार किया गया है.इसे भारतीय हरित भवन परिषद (आईजीबीसी) के प्लेटिनम रेटिंग मानकों के अनुसार बनाया गया है.