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क्या बदल जाएगा कश्मीर का नाम? गृहमंत्री अमित शाह ने बताया घाटी से ऋषि कश्यप का कनेक्‍शन

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को J&K and Ladakh Through the Ages’ बुक रिलीज कार्यक्रम को संबोधित किया. इस कार्यक्रम के दौरान कश्मीर पर चर्चा की. उन्‍होंने कहा कि कश्‍मीर का नाम शायद कश्‍यप ऋषि के नाम पर पड़ा होगा. हालांकि शाह के इस बयान के बाद कश्मीर के नाम बदलने के कयास लग रहे हैं.

क्या बदल जाएगा कश्मीर का नाम? गृहमंत्री अमित शाह ने बताया घाटी से ऋषि कश्यप का कनेक्‍शन
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सार्थक अरोड़ा
Edited By: सार्थक अरोड़ा

Updated on: 2 Jan 2025 6:42 PM IST

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान से गुरुवार को इस बात की चर्चा ने जोर पकड़ लिया कि क्‍या कश्‍मीर का नाम बदला जाने वाला है. गृहमंत्री अमित शाह ‘J&K and Ladakh Through the Ages’ बुक रिलीज के मौके पर बोल रहे थे. इस कार्यक्रम में शाह ने कहा कि कश्मीर में ही भारत के संस्कृति की नीव पड़ी थी. उन्‍होंने कहा कि कश्‍मीर का नाम शायद कश्‍यप ऋषि के नाम पर पड़ा होगा. उनकी इसी बात से कयास लगने लगे कि कहीं कश्‍मीर का नाम बदला तो नहीं जाने वाला है? हालांकि नाम बदलने को लेकर शाह ने कुछ कहा नहीं था.

अमित शाह ने आगे कहा कि सूफी, बौद्ध और शैल मठ सब ने कश्मीर में बहुत अच्छे तरीके से विकास किया. शाह ने कहा कि मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देता हूं. कश्मीरी, डोगरी, बालटी और झंस्कारी भाषा को शासन की स्वीकृति दी गई. उन्होंने कहा कि मोदी का सपना था कि यूटी बनने के बाद कश्मीर की छोटी से छोटी स्थानीय भाषाओं को जीवीत रखना है.

ऐसा शासन देश के विचारों से चल रहा है

अमित शाह ने कहा कि धारा 370 ने भारत और कश्मीर में जुड़ाव को तोड़ा इस कारण आतंकवादी घाटी में फैला. उन्होंने कहा कि घाटी में आतंक का ताडंव था. लेकिन 370 के बाद ये आतंक कश्मीर में घटा है. शाह बोले कि धारा 370 और 350ए इन धाराओं को लेकर संविधान सभा में बहुमत नहीं था. . इसीलिए इसे टेंप्रेरी उस वक्त बनाया, लेकिन आजादी के बाद इस कलंकित अध्याय को मोदी सरकार ने हटाया और विकास के रास्ते मोदी सरकार ने खोले. उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम में बैठकर इतिहासकारों को कोसने का कार्य न करें. उन्हें जो करना था वो कर चुके हैं. लेकिन अब हमें कोई रोक नहीं सकता. देश स्वतंत्र भी हुआ और इस समय देश में ऐसा शासन है, जो देश के विचारों से चल रहा है.

हजारों साल पुराना है इतिहास

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शान बोले कि हमारे देश का इतिहास हजारों साल पुराना है. हर कोने से दुनिया भर की सभ्यता को कुछ न कुछ देने के लिए कई गतिविधियां हुई. उन्होंने कहा कि एक मिथक स्थापित किया गया जिसमें कहा कि ये राष्ट्र भी एकजुट नहीं था. हालांकि कई लोगों ने इस झूठ को स्वीकार भी किया. उन्होंने कहा कि हम जब इसके मूल में जाते हैं, तो ये जान सकते हैं कि अंग्रेजों के समय में लिखे गए इतिहास में कोई खराब इरादा नहीं होगा.

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