Begin typing your search...

AAP को झटका, बीजेपी में शामिल हुए केजरीवाल के आठ धुरंधर विधायक; टिकट कटने से थे नाराज

AAP के कई बड़े नेता पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं. दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री रहे कैलाश गहलोत अब बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, राज्यसभा सांसद और केजरीवाल के करीबी रही स्वाति मालीवाल भी अब खुलकर उनके खिलाफ बोल रही हैं. इसके अलावा, पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम भी पार्टी से अलग हो चुके हैं और अब कांग्रेस के लिए प्रचार कर रहे हैं.

AAP को झटका, बीजेपी में शामिल हुए केजरीवाल के आठ धुरंधर विधायक; टिकट कटने से थे नाराज
X
( Image Source:  bjp4delhi )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 1 Feb 2025 6:23 PM IST

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लगा है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) को मजबूती मिली है. हाल ही में AAP के आठ विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दिया था और अब वे आधिकारिक रूप से बीजेपी में शामिल हो गए हैं. ये विधायक अरविंद केजरीवाल के करीबी माने जाते थे, लेकिन अब उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया.

इनमें मादीपुर से गिरीश सोनी, पालम से भावना गौड़, कस्तूरबा नगर से मदनलाल, त्रिलोकपुरी से रोहित महरौलिया, जनकपुरी से राजेश ऋषि, महरौली से नरेश यादव, आदर्श नगर से पवन शर्मा और बिजवासन से भूपिंदर सिंह जून शामिल हैं.

लगातार AAP छोड़ रहे नेता

AAP के कई बड़े नेता पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं. दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री रहे कैलाश गहलोत अब बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, राज्यसभा सांसद और केजरीवाल के करीबी रही स्वाति मालीवाल भी अब खुलकर उनके खिलाफ बोल रही हैं. इसके अलावा, पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम भी पार्टी से अलग हो चुके हैं और अब कांग्रेस के लिए प्रचार कर रहे हैं. पटेल नगर से पूर्व मंत्री राजकुमार आनंद अब बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि छतरपुर के विधायक करतार सिंह तंवर ने भी पार्टी का साथ छोड़ दिया है.

बजट पेश होने से पड़ेगा प्रभाव?

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होना है और 8 फरवरी को नतीजे आएंगे. इस बार चुनाव में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. खासकर केंद्रीय बजट में मिडिल क्लास को राहत देने के बाद समीकरण तेजी से बदल सकते हैं. बीजेपी जो 1998 से दिल्ली की सत्ता से बाहर है, इस बार पूरी ताकत झोंक रही है ताकि आम आदमी पार्टी को सरकार बनाने से रोका जा सके. दिल्ली विधानसभा चुनाव में इन इस्तीफों और दलबदल का क्या असर पड़ेगा, यह 8 फरवरी के नतीजों के बाद ही साफ होगा.

दिल्ली विधानसभा चुनाव
अगला लेख