जंगपुरा की चुनावी जंग जीतना मनीष सिसोदिया के लिए कितना होगा आसान? इन वजहों से बदली सीट
Delhi Election 2025: जंगपुरा से चुनाव लड़ने का मौका देने के लिए अरविंद केजरीवाल और आप का आभार जताते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि वह पटपड़गंज की जिम्मेदारी अवध ओझा को सौंपकर खुश हैं. हालांकि, इसके पीछे पार्टी की बड़ी चाल है, जो सिसोदिया की जीत का रास्ता तय करती है.

Manish Sisodia Moves To Jangpura: आम आदमी पार्टी (AAP) आने वाले विधानसभा के लिए विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार को लेकर बड़ा उलटफेर कर रही है. पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है, जिसमें पटपड़गंज से मौजूदा विधायक मनीष सिसोदिया को जंगपुरा भेजा गया है. इस बार पटपड़गंज से पार्टी में शामिल हुए अवध ओझा लड़ने वाले हैं.
सिसोदिया पहली बार दिसंबर 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपने बीजेपी प्रतिद्वंद्वी नकुल भारद्वाज को हराकर पूर्वी दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली पटपड़गंज सीट से चुने गए थे. फरवरी 2015 के चुनावों में सिसोदिया ने भाजपा के विनोद कुमार बिन्नी को हराया था और पिछले 2020 के चुनावों में वह बीजेपी के रविंदर सिंह नेगी के खिलाफ जीत हासिल की थी.
क्यों बदली गई सिसोदिया की सीट?
कई महीनों तक जेल में रहने के बाद बाहर आए मनीष सिसोदिया के लिए चुनावी मैदान में दांव आसान नहीं है. बीजेपी लगातार कई मुद्दों को लेकर उन्हें घेर रही है. वहीं पटपड़गंज में हुए पिछले विधानसभा चुनाव की बात करें तो सिसोदिया काफी कम अंतर से जीत पाए थे, तो इस पार पार्टी उन्हें लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है. पटपड़गंज में उत्तराखंड के वोटर्स की आबादी अधिक है, जिस वजह से इस बार सिसोदिया के लिए जीत मुश्किल दिख रही है.
जंगपुरा ही क्यों?
अब सवाल ये है कि क्या सिसोदिया के लिए जंगपुरा सीट सेफ है, तो कहा जा सकता है कि शायह 'हां'. इसकी वजह है कि ये सीट आप का गढ़ रहा है, जिसमें 2015 और 2020 के चुनावों में 16 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी. ऐसे में पार्टी बिना रिस्क लिए उन्हें जीत की ओर बढ़ाना चाहती है और ये सीट उनके लिए सबसे सेफ दिख रही है.
बीजेपी ने साधा निशाना
दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि आप के कई मौजूदा विधायक चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं क्योंकि लोगों ने बदलाव के लिए वोट देने का फैसला किया है. उन्होंने कहा, 'पूर्व उपमुख्यमंत्री सिसोदिया भाग गए हैं, डर की कल्पना करें. अरविंद केजरीवाल और आतिशी भी भाग जाएंगे,' नई दिल्ली का प्रतिनिधित्व करने वाले केजरीवाल और मुख्यमंत्री आतिशी का नाम आप की दोनों लिस्ट में नहीं है.