IMD की चेतावनी! दिल्ली-NCR में 3 जून तक तेज हवाओं और बारिश का अलर्ट, उत्तर प्रदेश के पूर्वी भागों में हो रही तेज गर्मी
राजस्थान में भी मौसम एक बार फिर करवट लेने जा रहा है. जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 2 जून से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है. दिल्ली-एनसीआर में 50–80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है.

भारत के कई हिस्सों में इस समय मौसम ने करवट ले ली है. एक ओर जहां पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, वहीं दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में रविवार को धूल भरी आंधी और गरज के साथ बारिश दर्ज की गई, जिससे लोगों को तेज गर्मी से कुछ हद तक राहत मिली.
रविवार शाम को दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मानेसर और बल्लभगढ़ में तेज़ धूल भरी आंधी चली, साथ ही हल्की से मध्यम बारिश और बिजली चमकने की घटनाएं दर्ज की गईं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पहले ही दो घंटे की चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि दिल्ली-एनसीआर में 50–80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है. इस मौसम के बदलाव ने लोगों को चिलचिलाती गर्मी से कुछ राहत दी.
खराब मौसम बना उड़ान में बाधा
रविवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान करीब 40 डिग्री सेल्सियस रहा, लेकिन बारिश और हवाओं के चलते वातावरण कुछ समय के लिए ठंडा हो गया. हालांकि, मौसम की इस गतिविधि का असर दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI Airport) पर भी देखने को मिला. धूल भरी आंधी के कारण कई विमानों के संचालन में देरी हुई और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. IMD ने चेतावनी दी है कि आगामी 2 से 3 जून तक दिल्ली और एनसीआर में मौसम अस्थिर बना रह सकता है और गरज के साथ तेज़ हवाएं व बारिश जारी रह सकती हैं.
पूर्वोत्तर में बाढ़ और भूस्खलन से हालात गंभीर
देश के पूर्वोत्तर हिस्सों में स्थिति कहीं अधिक चिंताजनक है, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने तबाही मचा दी है. खासतौर से असम में हालात काफी बिगड़ चुके हैं. ब्रह्मपुत्र समेत 10 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, 15 जिलों में 78,000 से अधिक लोग बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं। अब तक कम से कम 8 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. भारत मौसम विभाग ने बताया कि अगले 5 से 7 दिनों तक पूर्वोत्तर राज्यों में लगातार बारिश जारी रह सकती है, जिससे स्थिति और बिगड़ने की आशंका है.
उत्तर प्रदेश: पूर्वी और पश्चिमी इलाकों में अलग-अलग मौसम
उत्तर प्रदेश के पूर्वी भागों में इस समय तेज़ गर्मी ने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. तापमान कई स्थानों पर 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा चुका है. दूसरी ओर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर हुई हल्की बारिश ने तापमान को थोड़ी राहत दी है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले एक-दो दिनों में पूर्वी उत्तर प्रदेश में गर्मी का असर बरकरार रहेगा, जबकि पश्चिमी हिस्सों में भी कोई बड़ा बदलाव नहीं दिखेगा.
राजस्थान में फिर बदलेगा मौसम, आएगा तूफान
राजस्थान में भी मौसम एक बार फिर करवट लेने जा रहा है. जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 2 जून से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है. इसके चलते 2 से 4 जून के बीच दोपहर के समय कई क्षेत्रों में तेज़ आंधी, बारिश और 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफान आने की संभावना जताई गई है. इस बदलाव का असर जयपुर, बीकानेर, जोधपुर, अजमेर और उदयपुर जैसे इलाकों में देखने को मिल सकता है.
देश के अन्य हिस्सों में तापमान में होगा मामूली बदलाव
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत में अगले 2 दिनों तक अधिकतम तापमान में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं होगा. इसके बाद 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आने की संभावना जताई गई है. वहीं, पूर्वी भारत में अगले 4 दिनों के दौरान तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन इसके बाद मौसम स्थिर रहने की उम्मीद है. देश के अन्य भागों में तापमान में किसी खास परिवर्तन की संभावना नहीं जताई गई है.