'सब कुछ शांति से चल रहा था, फिर आए बाहरी लोग'; जामिया में दिवाली कार्यक्रम के दौरान हुई झड़प पर क्या बोला विश्वविद्यालय?
दिल्ली पुलिस जामिया मिल्लिया इस्लामिया में दीवाली समारोह के लिए करीब आधा दर्जन छात्रों को बुधवार के दिन हिरासत में ले लिया गया है. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि एक दिन पहले इसी तरह के समारोह के दौरान छात्रों के दो गुटों के बीच झड़प हुई थी.

Jamia Violence: दिल्ली पुलिस जामिया मिल्लिया इस्लामिया में दीवाली समारोह के लिए करीब आधा दर्जन छात्रों को बुधवार के दिन हिरासत में ले लिया गया है. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि एक दिन पहले इसी तरह के समारोह के दौरान छात्रों के दो गुटों के बीच झड़प हुई थी. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि छात्रों को इसलिए हिरासत में लिया गया. क्योंकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने कल (मंगलवार) रात हुई झड़प के मद्देनजर आज (बुधवार) शाम को एक और दिवाली कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नहीं दी थी.
जामिया मिलिया इस्लामी (JMI) ने बुधवार को एक बयान में कहा कि दिवाली समारोह के दौरान मंगलवाल रात 22 अक्टूबर को हुई झड़प एक प्रायोजित घटना प्रतीत होती है, जिसमें बाहरी तत्वों ने भाग लिया था, जिनका उद्देश्य विश्वविद्यालय के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ना था. विश्वविद्यालय ने एक आधिकारिक बयान में परिसर के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने के जानबूझकर किए जा रहे प्रयासों पर चिंता व्यक्त की है. जेएमआई ने जामिया नगर पुलिस स्टेशन में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है.
विश्विद्यालय प्रशासन ने क्या कहा?
विश्वविद्यालय के बयान में कहा गया कि, 'यह घटना पूरी तरह से प्रायोजित प्रतीत होती है और इसमें कुछ बाहरी तत्वों की संलिप्तता प्रतीत होती है जो विश्वविद्यालय के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं.' विश्वविद्यालय ने कहा कि उसने विद्यार्थियों को दिवाली मनाने की सशर्त अनुमति दी थी, तथा शाम 7:30 बजे तक उत्सव शांतिपूर्ण रहा, जब अज्ञात व्यक्तियों ने फिलिस्तीन के नारे लगाने शुरु कर दिए.
CCTV फुटेज से की रही जांच
विश्वविद्यालय ने आगे कहा कि कुछ बाहरी उपद्रवी कर इस हिंसक को भड़काने का जिम्मेदार थे जिसके कारण अंत में कुछ छात्र भी गुस्से में इसमें शामिल हो गए. जमीया मिलिया इस्लामियाने जामिया नगर पुलिस स्टेशन में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है और इससे शामिल लोगों की पहचान करने के लिए CCTV फुटेज की जांच की जा रही है. बयान में पुष्टि की गई है कि आरोपियों की पहचान CCTV फुटेज और आंतरिक स्रोतों के माध्यम से की जा रही है ताकि उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके.'