दिल्ली में प्रदूषण पर बवाल! इंडिया गेट की ओर मार्च करते प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोका, कई हिरासत में- देखें पांच VIDEO
दिल्ली की हवा फिर से ‘लाल ज़ोन’ में दाखिल हो चुकी है. कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार पहुंच गया है, जिससे हालात गंभीर श्रेणी में आ गए हैं. राजधानी की इस खतरनाक स्थिति को लेकर पर्यावरण कार्यकर्ताओं, छात्रों और आम नागरिकों ने शनिवार को सड़कों पर उतरकर विरोध जताया. आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के नेताओं ने भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया.
दिल्ली की हवा फिर से ‘लाल ज़ोन’ में दाखिल हो चुकी है. कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार पहुंच गया है, जिससे हालात गंभीर श्रेणी में आ गए हैं. राजधानी की इस खतरनाक स्थिति को लेकर पर्यावरण कार्यकर्ताओं, छात्रों और आम नागरिकों ने शनिवार को सड़कों पर उतरकर विरोध जताया. आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के नेताओं ने भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया.
इंडिया गेट की ओर बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने बीच रास्ते में रोक लिया. प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि केंद्र और दिल्ली सरकार मिलकर वायु प्रदूषण पर प्रभावी नीति बनाएं और तत्काल कार्रवाई करें.
दिल्ली में इंडिया गेट पर लोगों ने हवा की बिगड़ती हालत के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मांग की कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में प्रदूषण पर काबू पाने के लिए ठोस नीतियां बनाई जाएं. प्रदर्शन में शामिल आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि “बीजेपी ने AQI मॉनिटर पर पानी छिड़कवाकर आंकड़े कम दिखाने की कोशिश की. बीजेपी आंकड़ों में हेराफेरी कर रही है… इससे उनकी विश्वसनीयता और ईमानदारी पर सवाल उठता है. यहां तो बीजेपी के लोगों को भी होना चाहिए था, लेकिन वे घरों में एयर प्यूरीफायर लगाकर बैठे हैं. बीजेपी को समझना चाहिए कि हवा और पानी राजनीति का मुद्दा नहीं है, बल्कि जीवन और मौत का सवाल है.”
इंडिया गेट की ओर कूच, पुलिस ने जताई आपत्ति
प्रदूषण के खिलाफ नारे लगाते प्रदर्शनकारी जब इंडिया गेट की ओर बढ़ने लगे, तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया और कई को हिरासत में ले लिया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि “सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, नई दिल्ली में केवल जंतर मंतर ही अधिकृत प्रदर्शन स्थल है.”नई दिल्ली के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी देवेश कुमार महला ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा. “इंडिया गेट प्रदर्शन स्थल नहीं है. सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार, जंतर मंतर ही अधिकृत विरोध स्थल है. इसलिए हमने सभी को नियमों का पालन करने की सलाह दी है…”
कार्यकर्ताओं ने उठाई सख्त नीति बनाने की मांग
प्रदर्शन में शामिल कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार केवल आंकड़ों और योजनाओं की बात करती है, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही. उनका कहना था कि हर साल दिल्ली की हवा ज़हरीली होती जा रही है और सरकारें एक-दूसरे पर आरोप लगाने के अलावा कुछ नहीं करतीं. एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “दिल्ली के बच्चों के फेफड़े धीरे-धीरे खत्म हो रहे हैं. अगर अब भी कार्रवाई नहीं हुई, तो हालात भयावह हो जाएंगे.”
राजधानी में बिगड़ी हवा की हालत
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली के कई इलाकों में AQI 420 से ऊपर दर्ज किया गया. आनंद विहार, रोहिणी, द्वारका और आईटीओ में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में रही. विशेषज्ञों के मुताबिक, इस स्तर का प्रदूषण सांस, हृदय और आंखों से जुड़ी बीमारियों को बढ़ा सकता है.
सरकार की ओर से निगरानी और चेतावनी
पर्यावरण विभाग ने स्थिति पर नजर रखने के लिए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के दूसरे चरण को लागू किया है. निर्माण गतिविधियों पर रोक और डीजल वाहनों की जांच तेज कर दी गई है. वहीं, स्कूलों में आउटडोर गतिविधियों पर भी अस्थायी रोक लगाई गई है.





