पहला आदेश रद्द! LG से नहीं मिली मंजूरी, CM आतिशी के आगे और कितनी चुनौतियां?
सीएम आतिशी का पहला हस्ताक्षरित आदेश को एलजी ने रद्द कर दिया. पहले आदेश में सीएम के अतिरिक्त मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त करने की बात की थी. वहीं सीएम आतिशी मंगलवार को दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पहुंचीं.

Delhi CM Atishi: दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने अपना कार्यभार संभाल लिया है. पदभार संभालने के कुछ घंटे बाद ही उन्हें बड़ा झटका लगा. सीएम आतिशी के पहले आदेश को एलजी ने रद्द कर दिया. पहले आदेश में सीएम के अतिरिक्त मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त करने की बात की थी. लेकिन उपराज्यपाल ने इस रद्द कर वापस भेज दिया.
मुख्यमंत्री आतिशी ने साल 1994 बैच के एक आईएएस अधिकारी को शीर्ष वेतनमान में मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव के रूप में नियुक्ति करने का आदेश जारी किया था. एलजी की स्वीकृति के लिए इस आदेश को उन्होंने राजनिवास भी भेज दिया. अब इस आदेश को नए सिरे से जारी किया जाएगा.
हनुमान मंदिर पहुंचीं सीएम आतिशी
मुख्यमंत्री आतिशी मंगलवार को दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पहुंचीं. उन्होंने अरविंद केजरीवाल की तरह ही अब बजरंग बली के दर्शन करने गईं. उन्होंने मंदिर में जाकर माथा टेका और भगवान की पूजा-अर्चना की. आतिशी ने कहा, "मैंने हनुमान मंदिर में दर्शन किए. हनुमान जी हमारे संकटमोचन रहे हैं. उन्होंने हमें तोड़ने, दबाने की कोशिश की लेकिन हनुमान जी ने हर संकट में AAP, अरविंद केजरीवाल की रक्षा की. आज मैंने हनुमान जी से एक ही चीज़ मांगी है कि जिस तरह उनका आशीर्वाद हमेशा हम पर बना रहा है, वैसे ही बना रहे और उनके आशीर्वाद के साथ आने वाले चुनाव में अरविंद केजरीवाल को फिर से दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाएं."
सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठीं आतिशी
आतिशी ने मुख्यमंत्री का प्रभार संभालने के बाद कहा कि 'चार महीने बाद दिल्ली के लोग अपने प्यार और भरोसे के साथ दोबारा अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाएंगे.' उन्होंने आगे कहा कि तब तक उनकी कर्सी उनका इंतजार करेगी और वह दूसरी कुर्सी पर बैठकर सरकार चलाएगीं. इस कदम के पिछले उन्होंने दलील दी कि 'जिस तरह भगवान राम के वनवास जाने पर 14 साल तक भरत ने खड़ाऊं रखकर अयोध्या का शासन संभाला वैसे ही अगले चार महीने मैं दिल्ली का शासन चलाऊंगी.'
कुर्सी खाली छोड़ने पर बीजेपी की राय
सोमवार को आतिशी ने मुख्यमंत्री की कुर्सी की जगह अन्य कुर्सी पर बैठने का फैसला किया. इस पर भारतीय जनता पार्टी ने प्रतिक्रिया दी है. भाजपा ने आतिशी के इस फैसले को चमचागिरी बताया है. प्रदेश जिलाअध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, 'अपनी इस हरकत से आतिशी दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की गरिमा के साथ दिल्ली की जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है.' 'यह कोई आदर्श पालन नहीं बल्कि सीधी भाषा में चमचागिरी है.'