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आत्महत्या की दिल दहला देने वाली कहानी: CCTV में मिठाई के साथ पिता का वीडियो आया सामने

देश की राजधानी दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में एक परिवार के आत्महत्या के मामले ने हैरान कर दिया है. जिसमें एक पिता पहले अपनी चारों बेटियों को जहर देकर मार देता है फिर खुद ही जहर खा लेता है. आरोपी पिता की पहचान हीरालाल के रुप में की गई है. हीरालाल पिछले 28 वर्षों से वसंत कुंज स्थित इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर में बढ़ई के रूप में काम करते थे.

आत्महत्या की दिल दहला देने वाली कहानी: CCTV में मिठाई के साथ पिता का वीडियो आया सामने
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Photo Credit- Social Media

Delhi Suicide News: देश की राजधानी दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में एक परिवार के आत्महत्या के मामले ने हैरान कर दिया है. जिसमें एक पिता पहले अपनी चारों बेटियों को जहर देकर मार देता है फिर खुद ही जहर खा लेता है जिसके बाद पुलिस ने एक CCTV फुटेज जारी किया है, जिसमें आरोपी पिता मिठाई लेकर घर जाते दिख रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि आरोपी पिता नीले रंग की पॉलीथीन में कैसे मिठाई लेकर घर के अंदर जाता हुआ दिख रहा है. इसके साथ यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

आत्महत्या की कहानी

पुलिस के मुताबिक बताया जा रहा है कि शख्स को आखिरी बार 24 सितंबर को देखा गया था. कहा जा रहा है पहले आरोपी पिता ने बेटियों को जहर देकर मारा फिर खुद ही सुसाइड कर लिया. इस हादसे के बाद फॉरेंसिक टीम ने जांच की है हालांकि शवों पर किसी प्रकार का कोई चोट या निशान नहीं पाया गया है. पुलिस का कहना है कि घर से अंदर सल्फास के तीन पैकेट मिले है. पांच गिलास और एक चम्मच में संदिग्ध तरल पदार्थ मिला. इसके साथ ही अधिकारियों का कहना है कि जांच की जा रही है फिलहाल शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.

आखिर क्यों लगाया मौत को गले?

आरोपी पिता की पहचान हीरालाल के रुप में की गई है और चार लड़कियां उसकी बेटियां बताई जा रही है जिनकी पहचान, नीतू (26), निक्की (24), नीरू (23) और निधि (20). उनकी मां का कुछ समय पहले कैंसर से निधन हो गया था. हीरालाल पिछले 28 वर्षों से वसंत कुंज स्थित इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर में बढ़ई के रूप में काम करते थे.

परिजनों ने क्या कहा?

इस बीच मृतक के परिवार का भाई मोहन शर्मा और उसकी भाभी गुड़िया शर्मा मौके पर पहुंचे और उन्होंने बताया कि अपनी पत्नी की मौत के बाद पारिवारिक मामलों में ध्यान देना बंद कर दिया था और हमेशा किसी न किसी हास्पिटल में बेटियों के इलाज में लगे रहे थे. बेटियां अपने घर से कम से कम बाहर निकलती थीं. मृतक के परिवारवालों को आखिरी बार 24 सितंबर को देखा गया था. पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है लेकिन कहा जा रहा है व्यक्ति के इतना कठोर कदम उठाने का एक कारण है ज्यादा से ज्यादा बेटियों बीमारियों से जूझ रही थी.

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