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Delhi Blast : बाबरी का बदला 6 जगहों पर निशाना, धमाके में एक-दो नहीं 32 कारों का होना था इस्तेमाल!

आतंकियों का पूरा प्लान 6 दिसंबर को अयोध्या में हुई बाबरी मस्जिद विध्वंस की 33वीं बरसी पर हमला करने का था. वे दिल्ली में कम से कम 6 जगहों को निशाना बनाने वाले थे. इन गाड़ियों को चुनने की खास वजह थी.

Delhi Blast : बाबरी का बदला 6 जगहों पर निशाना, धमाके में एक-दो नहीं 32 कारों का होना था इस्तेमाल!
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( Image Source:  ANI )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 14 Nov 2025 2:03 PM IST

Delhi Blast : दिल्ली में हुए धमाकों की जांच अब बहुत गहराई तक पहुंच चुकी है. हर दिन नई-नई खतरनाक साजिशें सामने आ रही हैं. पहले तो सिर्फ चार गाड़ियों का नाम इस आतंकी मामले में जुड़ा हुआ था, लेकिन अब खबर आई है कि जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कुल 32 गाड़ियां तैयार कर रहे थे. इन गाड़ियों का इस्तेमाल 6 दिसंबर को एक बहुत बड़ी आतंकी घटना करने के लिए होना था. दरअसल, 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद को तोड़े जाने की घटना को पूरे साढ़े तीन दशक यानी 33 साल हो जाएंगे, और आतंकी इसी मौके पर पुराना बदला लेना चाहते थे.

एनडीटीवी ने दिल्ली पुलिस और जांच करने वाली एजेंसियों से मिली खुफिया जानकारी के आधार पर यह बड़ा खुलासा किया है. इन आतंकियों का प्लान था कि वे 32 गाड़ियों में विस्फोटक सामान और बम भरकर उन्हें अलग-अलग जगहों पर ले जाएं और वहां धमाका करें. इन 32 गाड़ियों में से एक गाड़ी सोमवार को हुए धमाके में इस्तेमाल हुई थी वह थी ह्युंडई आई20. इसके अलावा, पुलिस ने अब तक तीन और गाड़ियां बरामद कर ली हैं. ये हैं मारुति सुजुकी ब्रेजा, मारुति स्विफ्ट डिजायर और फोर्ड इकोस्पोर्ट. यानी कुल चार गाड़ियां अब जांच एजेंसियों के पास हैं.

6 दिसंबर को दिल्ली में बड़ा हमला करने की थी साजिश

आतंकियों का पूरा प्लान 6 दिसंबर को अयोध्या में हुई बाबरी मस्जिद विध्वंस की 33वीं बरसी पर हमला करने का था. वे दिल्ली में कम से कम 6 जगहों को निशाना बनाने वाले थे. इन गाड़ियों को चुनने की खास वजह थी. ये सभी पुरानी गाड़ियां थीं, जो कई लोगों के हाथों से गुजर चुकी थी. इससे पुलिस को असली मालिक या साजिश करने वालों तक पहुंचने में बहुत मुश्किल होती. इस तरह आतंकी अपनी पहचान छिपाकर आसानी से वारदात को अंजाम देना चाहते थे.

तीन गाड़ियां बरामद, एक धमाके में उड़ाई गई

अब तक की जांच में जो चार गाड़ियां सामने आई हैं, उनकी कहानी कुछ इस तरह है: मारुति सुजुकी ब्रेजा (नंबर: HR87 U 9988) – यह गाड़ी गुरुवार को फरीदाबाद के अल-फलाह स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर से बरामद हुई. यह जगह पहले से ही आतंकवाद से जुड़े मामलों की वजह से बदनाम है, लोग इसे 'आतंक की यूनिवर्सिटी' कहते हैं.

-फोर्ड इकोस्पोर्ट (नंबर: DL10 CK 0458) – यह गाड़ी बुधवार शाम को फरीदाबाद से ही मिली. जांच में पता चला कि आतंकियों ने इसमें विस्फोटक सामान ढोया था.

-मारुति स्विफ्ट डिजायर – यह गाड़ी सोमवार को धमाका होने से पहले ही पकड़ ली गई थी. इसमें से एक असॉल्ट राइफल (हमलावर बंदूक) और काफी सारा गोला-बारूद बरामद हुआ था.

-ह्युंडई आई20 – यह वही गाड़ी है जो सोमवार को लाल किला के पास धमाके में इस्तेमाल हुई और पूरी तरह जलकर उड़ गई. इस तरह, आतंकियों की बड़ी साजिश को पुलिस ने समय रहते पकड़ लिया, लेकिन अभी भी 28 और गाड़ियां गायब हैं, जिनकी तलाश जारी है. जांच एजेंसियां दिन-रात काम कर रही हैं ताकि कोई और वारदात न हो सके.

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