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दिल्ली में धुआं- ही धुआं, पटाखा बैन की उड़ी धज्जियां, जहरीली हुई हवा, 400 पार पहुंचा AQI

राजधानी दिल्ली में दिवाली के अगले दिन हवा में काफी प्रदूषण देखने को मिला, इससे लोगों को कई समस्याओं का सामना कर सकता है. दरअसल AQI लेवल 400 पार पहुंच गया है. जो बेहद ही खराब श्रेणी में आता है. इसलिए डराने वाले आंकड़े सामने आए हैं.

दिल्ली में धुआं- ही धुआं, पटाखा बैन की उड़ी धज्जियां, जहरीली हुई हवा, 400 पार पहुंचा AQI
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( Image Source:  ANI )
सार्थक अरोड़ा
Edited By: सार्थक अरोड़ा

Updated on: 1 Nov 2024 9:32 AM IST

31 अक्टूबर 2024 को दिवाली का पर्व धूम- धाम से मनाया गया. लोगों में पटाखे फोड़ने का काफी जोश दिखाई दिया. लेकिन राजधानी में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए दिल्ली में पटाखों पर बैन लगाया गया था. ऐसे में इसका पालन नहीं हुआ नतीजा दिल्ली की हवा खराब हो गई है. भले ही लोगों ने धूम-धाम से दिवाली मनाकर पटाखे जलाए. लेकिन इसके कारण हालात एक बार फिर खराब हो गए.

गुरुवार रात 8 बजे दिल्ली के कई इलाके जैसे RK पुरम, जहांगीर पुरी इन स्टेशनों पर प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा देखने को मिला. यही नजारा नेहरू नगर, पटपड़गंज, अशोक विहार और ओखला में रात 10 बजे तक पीएम 2.5 का लेवल 850-900 तक दर्ज किया गया. यह आंकड़ा कई गुना ज ज्यादा है. इसलिए डरा देने वाला भी है.

हो सकती है कई समस्याएं

अब क्योंकी वायु प्रदूषण काफी खराब हुआ है, तो बता दें कि इससे स्वास्थ्य पर भी गहरा असर पड़ सकता है. कई लोगों को सांस लेने की समस्या, साथ ही कई अन्य समस्याएं हैं. जिनका उन्हें सामना करना पड़ सकता है. वहीं बात करें कि अब फिर दोबारा स्तर कैसे ठीक होगा? तो फिलहाल इसक संभवाना नहीं है. हवा 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही है, जो कि अगले दिन 12 किलोमीटर प्रति घंटे से 16 किलोमीटर प्रति घंटा तक रहने की उम्मीद है.

पर्यावरण मंत्री ने किया था एलान

दिवाली की शाम दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने एलान करते हुए बताया था कि देश की राजधानी में पटाखों पर बैन लगाया गया है. इलके लिए 377 टीमें भी तैयार की गई हैं. उन्होंने कहा कि साथ ही कई अधिकारी लोगों में जाग्रुकता फैलाने के लिए रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, मार्केट एसोसिएशन और सामाजिक संगठनों से बात कर रहे हैं. पर्यावरण मंत्री ने कहा कि अधिकारी जागरूकता फैलाने के लिए रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, मार्केट एसोसिएशन और सामाजिक संगठनों से बात कर रहे हैं. गोपाल राय ने कहा कि इन टीमों को इसलिए तैयार किया गया है ताकी यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई व्यक्ति पटाखें नहीं फोड़े. लेकिन इसके बावजूद नियमों का उल्लंघन हुआ.

क्यों लगाया जाता बैन

दरअसल हर साल दिवाली पर पटाखे फोड़ने के कारण हवा खराब होने की समस्या बनी रहती है. लोग अधिक मात्रा में पटाखे तो जला लेते हैं. लेकिन इसके में इस्तेमाल होने वाले तत्व हवा के लिए काफी हानिकारण होते हैं. इनमें सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइ, कार्बन मोनोऑक्साइड और धूल कण शामिल होते हैं. यह हवा को काफी जहरीला बना देते हैं. वहीं त्योहार के अगले दिन राजाधानी की सड़कों पर कूड़ा मिला. सड़कों पर पटाखों के कागज दिखाई दिए.

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