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'देश जाग उठा है, अब विश्व को जगाएगा'; दीप प्रज्वलन से शांति-पाठ तक- भारत मंडपम में ऐतिहासिक समारोह ने दिया विश्व जागरण का संदेश

प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में रविवार की शाम अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय समारोह ने राष्ट्रभक्ति और आध्यात्मिकता का संदेश फैलाया. दीप प्रज्वलन और मंगलाचरण से शुरू हुए आयोजन में डॉ. चिन्मय पंड्या, शिवराज सिंह चौहान, गजेंद्र सिंह शेखावत और अन्य गणमान्य अतिथियों ने अपने उद्बोधन के माध्यम से भारत के जागरण और विश्व में सकारात्मक प्रभाव डालने का महत्व बताया. कार्यक्रम राष्ट्रगीत, युग निर्माण संकल्प और शांति-पाठ के साथ सम्पन्न हुआ.

देश जाग उठा है, अब विश्व को जगाएगा; दीप प्रज्वलन से शांति-पाठ तक- भारत मंडपम में ऐतिहासिक समारोह ने दिया विश्व जागरण का संदेश
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 24 Aug 2025 9:31 PM

दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम सभागार रविवार की शाम राष्ट्रभक्ति और आध्यात्मिकता के अद्वितीय संगम का साक्षी बना. अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय समारोह 'राष्ट्र के जागरण का समय आ गया' ने उपस्थित जनसमूह को भावनाओं और संकल्प की ऊर्जा से सराबोर कर दिया.

यह आयोजन केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह अखंड ज्योति जन्म शताब्दी 2026 एवं परम वंदनीया माताजी के अवतरण शताब्दी वर्ष की ओर अग्रसर होते कदमों का ऐतिहासिक संकल्प साबित हुआ. दीप प्रज्वलन और मंगलाचरण से प्रारंभ हुए इस समारोह ने वातावरण को युग परिवर्तन की लहर से आलोकित कर दिया.

डॉ. चिन्मय पंड्या का उद्बोधन

अखिल विश्व गायत्री परिवार के डॉ. चिन्मय पंड्या ने अपने संबोधन में कहा कि 'आज विश्व को दिशा देने की क्षमता केवल भारत के पास है. यह तभी संभव है जब हर नागरिक आत्मविश्वास, नैतिकता और आध्यात्मिकता को अपने जीवन का आधार बनाए. पूज्य गुरुदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी का संदेश है. भारत का उत्थान ही विश्व का उत्थान है.'

उन्होंने युग निर्माण आंदोलन के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विचार क्रांति, चरित्र निर्माण और व्यसन मुक्ति जैसे प्रयास ही नई पीढ़ी को राष्ट्रभक्ति और जीवन मूल्यों के जागरण की दिशा में प्रेरित करेंगे.

शिवराज सिंह चौहान ने बताया आंदोलन को 'राष्ट्र निर्माण का आधार'

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि 'गायत्री परिवार ने शिक्षा, नारी जागरण, ग्राम विकास और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में जो कार्य किए हैं, वे राष्ट्र निर्माण के आधार स्तंभ हैं. यह आंदोलन आत्मनिर्भर और सशक्त भारत की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगा.

संस्कृति ही राष्ट्र की आत्मा- गजेंद्र सिंह शेखावत

केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि 'संस्कृति ही राष्ट्र की आत्मा है और गायत्री परिवार उस आत्मा को जीवित रखने का दिव्य कार्य कर रहा है. यह आयोजन आधुनिक युग में वेदों की पुनर्स्थापना और राष्ट्रीय चेतना के जागरण का अनुपम प्रयास है.'

'जनजातीय समाज की प्रगति में आध्यात्मिकता का योगदान'

केंद्रीय राज्य मंत्री, जनजातीय कार्य मंत्रालय श्री दुर्गादास उईके ने कहा कि 'जनजातीय समाज की प्रगति और राष्ट्र की उन्नति में आध्यात्मिक जागरण की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है. यह आयोजन समाज की जड़ों तक पहुँचने वाली प्रेरणा है.' BAPS स्वामीनारायण संस्था के अंतर्राष्ट्रीय संबंध प्रमुख स्वामी ब्रह्मबिहारी जी ने कहा कि 'भारत की पहचान उसकी आध्यात्मिक संस्कृति है. जब व्यक्ति का जीवन संयम, सेवा और साधना से आलोकित होता है, तभी राष्ट्र की वास्तविक उन्नति संभव होती है.'

राष्ट्रभक्ति और संकल्प से गूंजा सभागार

कार्यक्रम में राष्ट्रगीत, समूह गान और युग निर्माण संकल्प ने पूरे वातावरण को राष्ट्रप्रेम और आध्यात्मिकता से आलोकित कर दिया. समापन पर सक्रिय कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया और शांति-पाठ के साथ समारोह संपन्न हुआ. इस अविस्मरणीय आयोजन में यह स्पष्ट संदेश दिया गया कि अब समय आ गया है जब भारत अपने जागरण से पूरे विश्व को नवोदय की ओर ले जाएगा. प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह इस महायज्ञ का सक्रिय सहभागी बने.

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