कालकाजी से अलका लांबा होंगी कांग्रेस उम्मीदवार! CM आतिशी को कितना दे पाएंगी टक्कर?
Delhi Election 2025: कांग्रेस अगले सप्ताह की शुरुआत में 28 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर सकती है. जिसमें पार्टी अलका लांबा को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ कालकाजी से टिकट दे सकती है. बता दें कि आतिशी इस सीट से लगातार चुनाव जीत रही हैं.

Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली में फरवरी 2025 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. प्रदेश में अभी से ही चुनावी पारा हाई दिखा रहा है. आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भाजपा चुनाव में एक-दूसरे को टक्कर देने के लिए तैयार हैं. राजनीतिक दलों की ओर से जनता से चुनावी वादे किए जा रहे हैं. इस बार का मुकाबला काफी खास होने वाला है. खबर सामने आई है कि कांग्रेस अलका लांबा को कालकाजी सीट से मैदान में उतार सकती है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस अगले सप्ताह की शुरुआत में 28 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर सकती है. जिसमें पार्टी अलका लांबा को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ कालकाजी से टिकट दे सकती है. बता दें कि आतिशी इस सीट से लगातार चुनाव जीत रही हैं. अब देखना यह होगा कि इस बार इसको कालकाजी सीट से जीत मिलती है.
उम्मीदों पर कितनी खरी उतरेगीं अलका?
अलका लांबा आगामी चुनाव में आतिशी को टक्कर देने वाली हैं. अलका कांग्रेस की महिला अध्यक्ष रह चुकी हैं. उन्होंने 2014 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था फिर फरवरी 2015 में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गई थीं. तब वह चांदनी चौक से विधायक बनीं फिर साल 2019 में पार्टी से मतभेद होने के बाद उन्होंने आप से पार्टी छोड़ दी थी और वापस कांग्रेस में शामिल हो गईं. बता दें कि अलका गो इंडिया फाउंडेशन नाम से एक एनजीओ चलाती हैं. वह डुसू छात्रसंघ की अध्यक्ष रह चुकी हैं.
कालकाजी से लगातार जीत रहीं आतिशी
दिल्ली की कालकाजी सीट काफी अहम मानी जाती है. आम आदमी पार्टी की ओर से आतिशी सीट पर लगातार चुनाव जीत रही हैं. इस बार भी पार्टी ने उन्हें इसी सीट से टिकट दिया है. यहां पर कालजा जी. ईस्ट ऑफ कैलाश, सुखदेव विहार, नेहरू एन्क्लेव समेत बहुत से पॉश इलाके हैं. ओखलात, मंगल अपार्टमेंट, श्याम नगर समेत दूसरे क्षेत्र में मिडिल क्लास से जुड़े लोग रहते हैं. इस सीट में तीन वार्ड में से दो जेजे क्लस्टर की संख्या ज्यादा है.
कालका जी सीट से किस-किस पार्टी को मिली जीत?
कालका जी विधानसभा सीट से साल 2003 में सबसे पहले भाजपा ने यहां जीत हासिल की थी. उसके बाद 2015 तक कांग्रेस पार्टी का कब्जा रहा. चुनाव के बाद 2015 में इस सीट पर आप बनी हुई है. साल 2015 के चुनाव में आप के अवतार सिंह ने बीजेपी के हरमीत सिंह को इस सीट से 19,769 वोटों के अंतर से मात दी थी. इसके बाद आतिशी ने 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के धरमबीर सिंह को 11,393 वोटों के अंतर से हराया था.