'आसमान पर थूका हुआ मुंह पर आकर गिरता है', मनीष सिसोदिया ने विनय सक्सेना को कहा 'लात साहब'? मचा बवाल
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बुधवार को विवादित बयान दिया है. उन्होंने LG विनय सक्सेना पर तंज कसते हुए उन्हें ‘लात साहब’ करार दिया है. दरअसल, अंग्रेजी के शासनकाल में आमतौर पर गवर्नर को 'लाट साहब' कहा जाता था. सौरभ भारद्वाज भी नहीं चूके और उन्होंने कहा कि प्रदूषण पर एलजी की कोई नहीं सुन रहा है. जाने क्या है पूरा मामला?
दिल्ली की राजनीति में आम आदमी पार्टी के नेताओं और उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के बीच लंबे समय से खींचतान चल रही है. यह थमने का नाम नहीं ले रहा. अब दिल्ली की समस्या, खासतौर से अनियंत्रित प्रदूषण से नाराज राष्ट्रीय राजधानी के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने तंज कसा है. अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. मनीष सिसोदिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पर एक पोस्ट शेयर कर LG को ‘लात साहब’ कहकर तंज कस दिया. आप नेता की इस टिप्पणी ने सियासी गलियारों में गर्मी बढ़ा दी है. साथ ही AAP–LG टकराव को फिर सुर्खियों में ला दिया है.
सिसोदिया के पोस्ट में क्या है?
मनीष सिसोदिया ने एलजी विनय सक्सेना को एक्स पोस्ट में निशाने पर लेते हुए कहा, "अरविंद केजरीवाल पर हर वक्त थू थू करते हुए एलजी ये भूल गए थे कि आसमान पर थूका हुआ अपने ही मुंह पर आकर गिरता है. यही हाल है आजकल इन 'लात साहब' का!" सिसोदिया के इस बयान ने विपक्ष, खासकर बीजेपी को AAP पर आक्रामक होने का मौका दे दिया है.
आप नेता सिसोदिया के पोस्ट से साफ है कि वीके सक्सेना अब भाजपा सरकार के कामकाज पर उस तरह की टिप्पणी नहीं करते और ना ही उस तरह सक्रिय दिखते हैं, जिस तरह पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल के दौरान कहते-करते दिखते थे.
दिल्ली की राजनीति में अब सिसोदिया के बयान दो तरह से देखा जा रहा. पहला अब केजरीवाल–LG विवाद पर AAP आक्रामक रणनीति अपना रही है. दूसरा यह है कि AAP चाहती है कि वह 'दिल्ली सरकार बनाम केंद्र' के मुद्दे को फिर चर्चा में आ जाए.
LG की कोई सुन नहीं रहा - सौरभ भारद्वाज
वहीं, दिल्ली आम आदमी पार्टी के प्रमुख सौरभ भारद्वाज समेत कई आप नेताओं ने LG को निशाने पर लेते हुए पोस्ट किए हैं. भारद्वाज ने अपने पोस्ट में लिखा है, 'दिल्ली के प्रदूषण पर इनकी कोई सुन नहीं रहा है.'
सौरभ भारद्वाज ने एएनआई से बातचीत में एलजी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह तो बहुत विद्वान हैं. उन्हें प्रदूषण से लेकर यमुना तक पूरा ज्ञान था. अरविंद केजरीवाल सरकार के दौरान वह ढाई ढाई सौ अधिकारियों को लेकर सड़कों पर उतरते थे. कैमरामैन साथ लेकर जाते थे. बातते थे कि कैसे प्रदूषण खत्म हो सकता था. उन्होंने कहा था कि 74 फीसदी दिल्ली का प्रदूषण अपना है और ठीक हो सकता है अगर नीयत ठीक हो, तो क्या रेखा गुप्ता का नीयत ठीक नहीं है? क्या रेखा गुप्ता जी एलजी से परामर्श नहीं ले रहीं? एलजी क्यों चुप हैं, क्या उन्हें नौकरी जाने का डर है?
AAP से एलजी का है छत्तीस का आंकड़ा
बता दें कि आम आदमी पार्टी के नेताओं और दिल्ली के एलजी के बीच शुरू से ही छत्तीस का आकड़ा रहा है. पिछले कई महीनों से दिल्ली आप के नेता चुप थे. लेकिन राष्ट्रीय राजधानी में बेकाबू प्रदूषण ने उन्हें बोलने का मौका दे दिया है. यही वजह है कि आज मनीष सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज एलजी पर भड़के हुए हैं.





