छत्तीसगढ़ के इस गांव में अचानक 8 की मौत, हैरान कर देने वाली वजह आई सामने
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के लोफंदी गांव में बीते 4 से 5 दिनों के भीतर रहस्यमय परिस्थितियों में सात लोगों की मौत हो गई है. इन मौतों के बाद गांव में हड़कंप मच गया है, जिससे प्रशासन को स्वास्थ्य संबंधी आपातकालीन कदम उठाने पड़े हैं. मृतकों की उम्र 30 से 60 वर्ष के बीच बताई जा रही है.

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के लोफंदी गांव में बीते 4 से 5 दिनों के भीतर रहस्यमय परिस्थितियों में सात लोगों की मौत हो गई है. इन मौतों के बाद गांव में हड़कंप मच गया है, जिससे प्रशासन को स्वास्थ्य संबंधी आपातकालीन कदम उठाने पड़े हैं. मृतकों की उम्र 30 से 60 वर्ष के बीच बताई जा रही है.
ग्रामीणों ने इन मौतों के लिए शराब को जिम्मेदार ठहराया, जबकि प्रशासन का दावा है कि लोफंदी गांव में सामुदायिक भोज में खाना खाने के बाद पीड़ितों की तबीयत बिगड़ने लगी. अब सवाल उठ रहे हैं कि मौतों की असली वजह क्या है? प्रशासन द्वारा जांच के आदेश दे दिए गए हैं, और हालात पर कड़ी नजर रखी जा रही है.
जिसके बाद एक अधिकारी ने कहा कि सभी मरने वालों में से एक को छोड़कर सभी प्रशासन को बिना बताए अंतिम संस्कार कर सकते हैं साथ ही यह भी कहा कि कुछ लोग बीमार थे. जब खबर आखिरकार बिलासपुर पहुंची, तो रामू राम सुनहले के शव को कब्जे में लेने के लिए एक टीम भेजी गई. शव परीक्षण किया गया, लेकिन रिपोर्ट में उसकी मौत का कोई खास कारण नहीं बताया गया.
किस वजह से हुई गांव में 7 मौतें?
प्रशासन के अनुसार, लोफंदी गांव में हुई मौतों की वजह अलग-अलग हो सकती हैं. इनमें से एक व्यक्ति की मौत सांप के काटने से हुई, जबकि सबसे पहली दो मौतें 5 फरवरी को हुईं, जिनमें देव प्रकार पटेल और शत्रुघ्न देवांगन शामिल थे. इसके बाद दो दिन के भीतर पांच और ग्रामीणों की मौत हो गई. इनमें से एक की मौत अस्पताल में हुई, और जब उसका मृत्यु प्रमाण पत्र देखा गया तो उसमें 'कार्डियो-रेस्पिरेटरी अरेस्ट' दर्ज था.
प्रशासन ने क्या उठाया कदम?
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मामले की गंभीरता को देखते हुए बिलासपुर SP, जिला पंचायत CEO, नगर निगम आयुक्त और स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची. यहां घर-घर जाकर जांच की जा रही है. प्रारंभिक जांच में पता चला कि 3 से 6 फरवरी के बीच गांव में एक शादी समारोह था. इसके बाद 4-5 लोगों की मौत हो गई, जबकि कुछ अन्य अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं. हालांकि, गांव के सरपंच ने मीडिया को बताया कि मरने वाले सभी लोग शराब के आदी थे. उन्होंने दावा किया कि पिछले कुछ दिनों में शराब के अत्यधिक सेवन के कारण नौ लोगों की मौत हुई. सरपंच ने फूड पॉइजनिंग से मौत की संभावना को खारिज कर दिया.