छत्तीसगढ़ के सेंट्रल यूनिवर्सिटी में 155 हिंदू छात्रों से जबरन अदा करवाई नमाज, अब 7 शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में आयोजित एक राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) शिविर में छात्रों को नमाज पढ़ने के लिए मजबूर करने का मामला सामने आया है. इस शिविर में 159 छात्रों को नमाज अदा करने के लिए कहा गया, जिनमें से केवल 4 मुस्लिम थे. इसके बाद 7 शिक्षकों और एक छात्र नेता के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है. यह शिविर 26 मार्च से 1 अप्रैल 2025 तक आयोजित किया गया था.

Chhattisgarh Namaz controversy: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) शिविर में छात्रों को नमाज पढ़ने के लिए मजबूर करने के मामले में गुरु घासीदार सेंट्रल यूनिवर्सिटी के 7 शिक्षकों और 1 छात्र के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. एक अधिकारी के मुताबिक, यह घटना कोटा थाना अंतर्गत शिवतराई गांव में 26 मार्च से 1 अप्रैल के बीच हुई. छात्रों को 31 मार्च को नमाज पढ़ने के लिए मजबूर किया गया. इन छात्रों में महज 155 हिंदू और 4 मुस्लिम छात्र थे.
इस मामले में 7 शिक्षक और एक छात्र नेता पर आरोप लगाए गए हैं. आरोपितों में दिलीप झा, मधुलिका सिंह, ज्योति वर्मा, नीरा कुमारी, प्रशांत वैष्णव, सुर्यभान सिंह, बसंत कुमार और छात्र नेता आयुष्मान चौधरी शामिल हैं.
छात्रों ने क्या आरोप लगाया?
छात्रों ने आरोप लगाया कि ईद पर 155 हिंदू छात्रों को मंच पर बुलाकर जबरन नमाज पढ़वाई गई. जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उन्हें धमकाया गया. छात्रों ने यह भी कहा कि योग क्लास के बहाने उन्हें नमाज अदा करने के तरीके सिखाए गए. उन्हें मोबाइल फोन को भी क्लास के अंदर नहीं ले जाने दिया गया, ताकि किसी तरह का कोई सबूत न हो.
मामले में चार सदस्यीय समिति का किया गया गठन
बिलासपुर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) और छत्तीसगढ़ धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू कर दी. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) रजनीश सिंह ने मामले की जांच के लिए कोतवाली सिटी एसपी अक्षय सबदरा के नेतृत्व में एक चार सदस्यीय समिति गठित की, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गई है.