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छत्तीसगढ़ के जंगलों में पति-पत्नी का खौफ, इनाम में थे 20 लाख रुपये, नक्सलियों ने किया सरेंडर

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों पर सुरक्षाबलों की पकड़ तेज होती जा रही है. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में तीन महिलाओं और एक पुरुष सहित चार नक्सलियों ने अधिकारियों के सामने सरेंडर कर दिया है. इन चार लोगों में पति-पत्नी भी शामिल है.

छत्तीसगढ़ के जंगलों में पति-पत्नी का खौफ, इनाम में थे 20 लाख रुपये, नक्सलियों ने किया सरेंडर
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Credit- ANI
हेमा पंत
By: हेमा पंत

Updated on: 22 Sept 2024 6:54 PM IST

पुलिस के अनुसार रविवार को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में तीन महिलाओं और एक पुरुष सहित चार नक्सलियों ने अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. इस मामले के पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने कहा 'चारों व्यक्तियों जिनके सिर पर सामूहिक रूप से 20 लाख रुपये का इनाम था, ने "खोखले" और "अमानवीय" माओवादी विचारधारा और समूह के भीतर आंतरिक संघर्षों से मोहभंग होने के कारण खुद को आत्मसमर्पण कर दिया'.

चार नक्सली थे शामिल

आत्मसमर्पण करने वाले व्यक्तियों में हुंगा तामो उर्फ ​​तामो सूर्या (37), उनकी पत्नी आयती ताती (35), देवे उर्फ ​​विज्जे (25) और माडवी शामिल हैं. हुंगा तामो और आयती ताती माओवादियों की क्षेत्रीय कंपनी नंबर 2 का हिस्सा थे और प्रत्येक पर 8 लाख रुपये का इनाम था. वे कथित तौर पर छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर पामडे के जंगलों में सुरक्षा कर्मियों पर 2018 के हमले में शामिल थे.

देवे उर्फ ​​विज्जे, जिस पर 3 लाख रुपये का इनाम था, नक्सलवाद के बारे में कैडरों को शिक्षित करने के लिए जिम्मेदार था. 1 लाख रुपये के इनाम वाली माड़वी नक्सलियों की महिला शाखा पुवर्ती क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन की प्रमुख थी.

लोन वर्राटू' अभियान

यह आत्मसमर्पण 'लोन वर्राटू' अभियान के तहत हुआ, जिसका स्थानीय गोंडी बोली में अर्थ है "अपने घर/गांव लौटो". जून 2020 में शुरू किए गए इस अभियान में 872 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जिनमें 197 ऐसे हैं जिनके सिर पर इनाम घोषित है.

राज्य पुलिस की इकाइयों जिला रिजर्व गार्ड और बस्तर फाइटर्स ने आत्मसमर्पण को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. गौरव राय ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले प्रत्येक नक्सली को सहायता के रूप में 25,000 रुपये दिए गए और सरकार की नीति के अनुसार उनका आगे पुनर्वास किया जाएगा.

बीजापुर में भी मिली सफलता

इस आत्मसमर्पण से पहले शनिवार यानी सितंबर को को भी सुरक्षबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली. छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में आठ नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. उन्होंने माओवादी विचारधारा को छोड़ने का फैसला लिया. इस पर अधिकारियों ने बताया है कि इस मामले में शामिल तीन नक्सलियों का नाम कई अपराधों में शामिल है. यही नहीं, इन पर इनाम भी रखे गए थे. छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में नक्सलवाद फैला हुआ है.


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