Begin typing your search...

जयचंदों से दूर रहो तेजस्वी... तेज प्रताप यादव ने छोटे भाई को दी नसीहत, गर्लफ्रेंड के भाई पर क्यों साधा निशाना?

बिहार की सियासत में भाई बनाम भाई का नया अध्याय! औरंगाबाद में राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान आरजेडी नेताओं के गार्ड आपस में भिड़ गए. इसी पर तेज प्रताप यादव ने छोटे भाई तेजस्वी को चेतावनी दी– जयचंदों से बचो, वरना चुनावी नतीजे खराब होंगे. तेज प्रताप ने यात्रा को मुद्दों से भटकाने वाली बताते हुए अपना चुनावी प्लान भी साफ किया.

जयचंदों से दूर रहो तेजस्वी... तेज प्रताप यादव ने छोटे भाई को दी नसीहत, गर्लफ्रेंड के भाई पर क्यों साधा निशाना?
X
( Image Source:  X/TejYadav14 )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 19 Aug 2025 10:43 AM IST

बिहार की राजनीति में अक्सर अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने एक बार फिर छोटे भाई तेजस्वी यादव को सार्वजनिक रूप से नसीहत दी है. औरंगाबाद जिले में राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान आरजेडी सांसद संजय यादव और विधायक डब्लू सिंह के बॉडीगार्ड्स के बीच हाथापाई की घटना पर तेज प्रताप ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि इस तरह के जयचंदों से सावधान रहना बेहद जरूरी है, वरना चुनावी नतीजे बुरे हो सकते हैं.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों बिहार में 1,300 किलोमीटर लंबी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकाल रहे हैं. सोमवार को जब काफिला औरंगाबाद से गुज़र रहा था, उसी दौरान आरजेडी नेताओं के सुरक्षा गार्ड आपस में भिड़ गए. ओवरटेक को लेकर शुरू हुआ यह विवाद हाथापाई में बदल गया. आरोप है कि विधायक की गाड़ी में बैठे चालक और एक पत्रकार को भी गाली-गलौज व मारपीट का सामना करना पड़ा. यह पूरा घटनाक्रम वीडियो में कैद हो गया, जो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजनीतिक तकरार का कारण बन गया.

लोकतंत्र बचाने की मुहिम पर सवाल

तेज प्रताप यादव ने इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए तीखी टिप्पणी की. उन्होंने लिखा कि यह समझ से परे है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव लोकतंत्र बचाने निकले हैं या फिर लोकतंत्र को कमजोर करने. तेज प्रताप ने इसे बेहद शर्मनाक करार देते हुए कहा कि जयचंदों के ऐसे व्यवहार से न सिर्फ यात्रा की गरिमा धूमिल होती है, बल्कि जनता का भरोसा भी टूटता है.

किसे बताया जयचंद?

लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपनी प्रेमिका अनुष्का यादव के भाई आकाश यादव को जयचंद करार दिया है. तेज प्रताप ने सोमवार को अपने X अकाउंट पर वीडियो पोस्ट कर दावा किया कि उनकी छवि खराब करने और राजनीति खत्म करने की साजिश रची जा रही है. उन्होंने साफ कहा कि चाहे कितनी भी बड़ी साजिश हो, वे और मजबूत होकर राजनीति में खड़े रहेंगे. साथ ही चुनौती दी, "हम पूरे राज्य में जन संवाद करेंगे और चुनाव भी लड़ेंगे, अब जिसे ताकत आज़मानी है, वह मैदान में आकर मुकाबला करे."

मुद्दों से भटकाती यात्रा

तेज प्रताप ने इस मौके पर कांग्रेस और आरजेडी की संयुक्त यात्रा पर भी सवाल खड़े किए. उनका कहना है कि इस यात्रा से कुछ हासिल नहीं होगा, क्योंकि यह असली मुद्दों से ध्यान भटकाती है. उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य और बेरोजगारी जैसे गंभीर विषय हैं जिन पर फोकस होना चाहिए. इसके बजाय वोटर लिस्ट पर राजनीति करना जनता को भ्रमित करने जैसा है. उन्होंने तीखे लहजे में यह भी कहा कि यात्रा का फायदा विपक्ष को तो हो सकता है, लेकिन आम जनता के लिए यह समय और संसाधनों की बर्बादी है.

तेज प्रताप का चुनावी प्लान

तेज प्रताप यादव ने इस बहाने अपने राजनीतिक इरादे भी साफ किए. उन्होंने दो टूक कहा कि वे महुआ सीट से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और महुआ को जिला बनाने के लिए काम करेंगे. साथ ही मेडिकल कॉलेज और इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है. तेज प्रताप ने यह भी घोषणा की कि उन्होंने ‘टीम तेज प्रताप’ नाम का नया मंच खड़ा किया है, जिसके जरिए वे युवा और समाजसेवियों को राजनीति में लाने का काम करेंगे.

नए संगठन में बढ़ती सक्रियता

हाल ही में तेज प्रताप ने अपने संगठन से पहला उम्मीदवार भी घोषित किया है. सामाजिक कार्यकर्ता जय प्रकाश यादव उर्फ ‘गांधी यादव’ को जहानाबाद के घोसी विधानसभा क्षेत्र से टिकट देने की घोषणा की गई. तेज प्रताप का दावा है कि उनकी टीम से जुड़ने के लिए लोग कतार में खड़े हैं और आने वाले दिनों में और भी चेहरे उनके मंच से सामने आएंगे. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेज प्रताप लगातार तेजस्वी पर दबाव बनाना चाहते हैं और यही वजह है कि वे हर बड़े मुद्दे पर अपने छोटे भाई को नसीहत देकर सुर्खियों में बने रहते हैं.

बिहार
अगला लेख