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कोल खदान विस्तार पर बवाल: नाराज़ ग्रामीणों का पुलिस पर हमला, 40 जवान घायल, इलाके में तनाव?

सरगुजा कोल खदान के विस्तार का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने अचानक उग्र होकर पुलिस पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया. हिंसा में करीब 40 पुलिसकर्मी घायल हो गए. जमीन अधिग्रहण और मुआवजे को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ा हुआ था. इस घटना में कई किसान भी घायल हुए हैं. जानें पूरा मामला.

कोल खदान विस्तार पर बवाल: नाराज़ ग्रामीणों का पुलिस पर हमला, 40 जवान घायल, इलाके में तनाव?
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( Image Source:  @dharmendra135 )

छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले कोल खदान के विस्तार को लेकर जारी विवाद मंगलवार को अचानक हिंसा में बदल गया. यह घटना उस समय हुई, जब नाराज ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया. भीड़ के उग्र रूप ने हालात बेकाबू कर दिए, जिसमें 40 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए. प्रशासन ने तनाव को देखते हुए इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिए हैं. जमीन, मुआवजा और विस्थापन को लेकर ग्रामीण लंबे समय से विरोध कर रहे थे.

कैसे भड़की हिंसा?

प्रशासन और पुलिस टीम खदान विस्तार से जुड़े सर्वे और सुरक्षा मूल्यांकन के लिए गांव पहुंची थी. विरोध प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों ग्रामीण पहले शांत थे. पुलिस और अधिकारियों से बातचीत के दौरान माहौल अचानक गरमा गया. स्थानीय नेताओं के उकसावे और मुआवजे पर असहमति के बाद भीड़ उग्र हो गई.ग्रामीणों ने पुलिस पर लाठी-डंडों और पत्थरों से हमला कर दिया. इस हमले में कुछ वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है.

40 पुलिसकर्मी घायल - कई की हालत गंभीर

सरगुजा में हुई हिंसक घटना में लगभग 40 पुलिसकर्मी जख्मी है. कुछ को सिर और हाथों में गंभीर चोटें आई हैं. घायल जवानों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. स्थानीय पुलिस कप्तान के अनुसार, “भीड़ सुनियोजित तरीके से हमला करने आई थी.”

ग्रामीण क्यों नाराज़?

दरअसल, सरगुजा के अमेरा कोल खदान ग्रामीणों की असहमति कई मुद्दों पर है. किसान इस बात को लंबे समय से नाराज चल रहे थे. जमीन अधिग्रहण में पारदर्शिता की कमी, मुआवजा कम मिलने की शिकायत, पुनर्वास और पुनर्स्थापन की अस्पष्ट व्यवस्था, पर्यावरणीय प्रभाव और गांवों के विस्थापन का डर, ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन उनकी चिंताओं को नजरअंदाज कर रहा था.

इस मामले में पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है थ्क हमला अचानक और भीड़-प्रेरित था. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया. हिंसा में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है. कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है.

फिलहाल, इलाके में तनाव है. तनाव को देखते हुए सुरक्षा बढ़ाई गई है.प्रशासन ने आसपास के गांवों में अतिरिक्त बल तैनात किया है. रैपिड एक्शन फोर्स/स्थानीय रिजर्व पुलिस बल भी तैनात हैं. संवेदनशील क्षेत्रों में पेट्रोलिंग जारी है. अधिकारियों की ग्रामीणों के साथ लगातार बैठकें जारी है. स्थिति नियंत्रण में है. लेकिन तनाव अब भी बना हुआ है.

खदान विस्तार क्या है बैकग्राउंड

यह कोयला खदान क्षेत्र राज्य की प्रमुख ऊर्जा परियोजनाओं में शामिल है. कई गांव परियोजना क्षेत्र में आते हैं. हजारों लोगों पर विस्थापन का असर पड़ा है. विवाद की वजह से प्रोजेक्ट रुक गया है. प्रोजेक्ट चालू नहीं हुआ तो बिजली और उद्योग प्रभावित हो सकते हैं. स्थानीय लोगों का विरोध लगातार तेज होता जा रहा है.

सरगुजा के ग्राम परसोडी कला के ग्रामीण खदान विस्तार का विरोध कर रहे हैं, ग्रामीणों का आरोप है कि बगैर भूमि अधिग्रहण किए बगैर अमेरा खदान प्रबंधन के द्वारा खदान का विस्तार किया जा रहा है. बड़ी संख्या में ग्रामीण और पुलिस बल मौके पर मौजूद है.

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