पापा से मिलने जा रही हूं, पहुंची BF के Room फिर सेक्स के बाद ब्लीडिंग और नाबालिग लड़की की दर्दनाक मौत
पटना के जक्कनपुर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की की मौत ने सनसनी मचा दी है. मसौढ़ी के एक नाबालिग लड़के के साथ शारीरिक संबंध के दौरान ब्लीडिंग शुरू हुई और लड़की की हालत बिगड़ गई. उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन बचाया नहीं जा सका. दोनों की पहचान मात्र 10 दिन पहले हुई थी. पुलिस ने लड़के व उसके दोस्त को हिरासत में लिया है और मामले की जांच जारी है.

बिहार की राजधानी पटना से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. जक्कनपुर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की की मौत ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है. जानकारी के मुताबिक, मसौढ़ी के रहने वाले एक नाबालिग लड़के के साथ संबंध बनाने के दौरान लड़की की तबीयत अचानक बिगड़ गई और अस्पताल में भर्ती कराने के बावजूद उसकी जान नहीं बच सकी. यह मामला केवल व्यक्तिगत त्रासदी नहीं बल्कि किशोरों में बढ़ती सोशल मीडिया दोस्ती और जागरूकता की कमी का एक गंभीर उदाहरण भी बन गया है.
10 दिन की पहचान बनी मौत की वजह
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतक लड़की जहानाबाद की रहने वाली थी। लगभग 10 दिन पहले उसकी मुलाकात मसौढ़ी के एक लड़के से हुई थी। शुक्रवार को लड़के ने उसे पटना बुलाया और करबिगहिया इलाके में अपने दोस्त के घर ले गया. वहां दोनों ने शारीरिक संबंध बनाए, जिसके बाद लड़की को अचानक तेज ब्लीडिंग होने लगी. घबराए लड़के ने उसे एक निजी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन हालत गंभीर देखते हुए उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
लड़के और उसके दोस्त को हिरासत में लिया गया
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए शनिवार को कार्रवाई की और लड़की के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. जक्कनपुर थानाध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया कि, 'फर्द बयान के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। दोनों किशोरों से पूछताछ जारी है.
दादा ने बताया– घर से पिता के पास जाने का कहकर निकली थी
लड़की के दादा के अनुसार, मृतका ने पांचवीं तक पढ़ाई की थी और इसके बाद स्कूल छोड़ दिया था। वह अपने पिता, जो कि बढ़ई का काम करते हैं, से मिलने के बहाने घर से निकली थी. परिवार को यह नहीं पता था कि वह पटना कैसे पहुंची। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए लड़के को भी परिवार नहीं जानता.
ये मामला क्यों है चिंता का विषय?
यह घटना साफ इशारा करती है कि किशोरों में सोशल मीडिया और जल्दी बनने वाले रिश्तों को लेकर जागरूकता की बेहद कमी है. साथ ही, परिवारों को भी बच्चों की गतिविधियों पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है. ऐसी घटनाएं समाज को झकझोरने वाली हैं और बताती हैं कि अब सिर्फ कानून से नहीं, सामाजिक समझदारी और संवाद से भी समस्याओं का समाधान खोजना होगा.