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'अगर तुमने मुझे खुश नहीं किया तो...', महिला खिलाड़ी पर पदाधिकारी ने यौन संबंध बनाने का बनाया दबाव

कंकड़बाग स्थित पाटलिपुत्र खेल परिसर में महिला खिलाड़ी से छेड़छाड़ की गई. पूर्व भारोत्तोलन महिला खिलाड़ी ने बिहार वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अरुण कुमार केसरी पर यह बड़ा आरोप लगाया है. इस मामले की जांच जारी है, और पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी पहलुओं पर विचार किया जा रहा है. इस घटना ने बिहार वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के भीतर के विवादों को और गहरा कर दिया है.

अगर तुमने मुझे खुश नहीं किया तो..., महिला खिलाड़ी पर पदाधिकारी ने यौन संबंध बनाने का बनाया दबाव
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( Image Source:  social media )

बिहार में एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां कंकड़बाग स्थित पाटलिपुत्र खेल परिसर में महिला खिलाड़ी से छेड़छाड़ की गई. पूर्व भारोत्तोलन महिला खिलाड़ी ने बिहार वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अरुण कुमार केसरी पर यह बड़ा आरोप लगाया है. पीड़िता ने इस मामले में कंकड़बाग थाने में शिकायत दर्ज करवाई है, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. यह घटना बिहार के खेल क्षेत्र में एक नया विवाद खड़ा कर रही है, और इससे वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन में चल रहे विवादों को भी उजागर किया गया है.

महिला खिलाड़ी ने बताया कि वह एक योग्य रेफरी हैं और उन्हें लेवल-2 की तकनीकी अधिकारी की मान्यता प्राप्त है. बावजूद इसके, उन्हें पिछले कई राज्य और राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में तकनीकी पदाधिकारी के रूप में नामांकित नहीं किया गया था. इसके बाद, पीड़िता ने 4 दिसंबर को फोन पर बिहार वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अरुण कुमार केसरी से बात की. उन्होंने बैठक के लिए पीड़िता को पाटलिपुत्र खेल परिसर स्थित वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के कार्यालय में बुलाया.

पूर्व अध्यक्ष ने क्यों किया महिला खिलाड़ी से मिलने का आग्रह?

हालांकि, केसरी ने महिला खिलाड़ी को व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर बताया कि वह बीएसएसए के डीजी के साथ राजगीर जा रहे हैं और 7 दिसंबर को मिलने की बात कही. महिला खिलाड़ी ने 7 दिसंबर को फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन का जवाब नहीं दिया. इस पर महिला खिलाड़ी ने सोचा कि कुछ गलत हो सकता है, और फिर दोपहर में एसोसिएशन के कार्यालय पहुंच गईं.

जब महिला खिलाड़ी एसोसिएशन के कार्यालय पहुंची, तो वहां पूर्व अध्यक्ष अरुण कुमार केसरी अकेले थे. पीड़िता का आरोप है कि कुछ देर बातचीत करने के बाद केसरी ने धमकी दी कि अगर वह उन्हें खुश नहीं करेंगी, तो वह उन्हें किसी भी प्रतियोगिता में रेफरी नहीं बनाएंगे और उनका कॅरियर बर्बाद कर देंगे. इसके बाद उन्होंने कार्यालय का दरवाजा बंद कर दिया और महिला खिलाड़ी से जबरदस्ती करने की कोशिश की.

पीड़िता ने किसी तरह से दरवाजा खोला और कार्यालय से बाहर निकलकर तुरंत पुलिस को सूचना दी. उन्होंने पुलिस की डायल 112 सेवा पर कॉल किया और घटना के बारे में जानकारी दी. महिला खिलाड़ी ने इसे साफ रूप से ब्लैकमेल करने की कोशिश करार दिया और अरुण कुमार केसरी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.

अरुण कुमार केसरी का बयान

वहीं, अरुण कुमार केसरी ने महिला खिलाड़ी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह आरोप बेबुनियाद हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि महिला खिलाड़ी उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए घृणित कोशिश कर रही है. उनका कहना था कि जिस समय महिला उनसे मिलने आई थी, उस समय वहां एसोसिएशन के कार्यालय में गार्ड और करीब 25 मजदूर काम कर रहे थे, इसलिए ऐसी कोई घटना हो ही नहीं सकती. उन्होंने यह भी कहा कि वे बिहार वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष नहीं हैं, और इस समय उनके पास किसी को रेफरी नियुक्त करने का अधिकार नहीं है.

मामले की जांच जारी

इस मामले की जांच जारी है, और पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी पहलुओं पर विचार किया जा रहा है. इस घटना ने बिहार वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के भीतर के विवादों को और गहरा कर दिया है. जहां एक तरफ महिला खिलाड़ी ने यह आरोप लगाया है कि उनके कॅरियर को बर्बाद करने की धमकी दी गई, वहीं दूसरी तरफ अरुण कुमार केसरी अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को झूठा और बेबुनियाद बता रहे हैं.

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